सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन ने आवश्यकता जताई कि महिला सशक्तिकरण की जिम्मेदारी महिलाओं को स्वयं उठानी होगी। इसके लिए महिलाओं को एकजुटता के साथ प्रयास करने होंगे। हालांकि आज महिलाएं सशक्त हैं और लगातार मजबूती के साथ आगे बढ़ रही हैं, किंतु कुछ क्षेत्रों में इसकी जरूरत है जिसकी पूर्ति के लिए महिलाओं को ही आगे आना होगा।
कविता जैन शनिवार को जटवाड़ा सिथत स्वास्तिक कान्वेंट स्कूल में उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित कर रही थी, उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचल में कुछ सीमा तक लोगों की मानसिकता को परिवर्तित करने की आवश्यकता महसूस होती है। जहां महिला-पुरुष में भेदभाव किया जाता है और लड़कियों को लडक़ों की भांति समान अवसर प्रदान नहीं किये जाते। इस भेदभाव को जड़ से खत्म करने की जरूरत है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि आज महिलाओं ने हर क्षेत्र में खुद को साबित किया है। महिलाओं को सिर्फ अवसरों की जरूरत है, जिसे उपलब्धियों में तब्दील करना उनको आता है। यदि उचित अवसर मिले तो महिलाएं आसमान की ऊंचाइयों को छूने की क्षमता रखती हैं। इसके उदाहरण भी हमारे समक्ष मौजूद हैं। इसलिए लोगों को अब अपनी पुरानी संकीर्ण मानसिकता का त्याग कर बेटा-बेटी को एक समान अवसर देने चाहिए। महिलाओं को भी अपने अधिकारों की लड़ाई लडऩी चाहिए। उन्हें खुद आगे बढक़र अपने तथा दूसरी महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।
सोनीपत की बहन-बेटियों का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कविता जैन ने सवाल किया कि बेटियां क्या नहीं कर सकती। शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य, विज्ञान, संस्कृति, नौकरीशाही, ज्यूडिशियरी, राजनीति इत्यादि हर क्षेत्र में बहन-बेटियों ने अपनी अलग पहचान स्थापित की है। आज देश की प्रथम नागरिक का ओहदा भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के रूप में महिलाओंं के पास ही है। साथ ही उन्होंने महिलाओं के सम्मान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह की भी मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान में इस प्रकार के कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाने चाहिए।
काठ मंडी सिथत भरतपुरी में महिला दिवस के अवसर पर परमेश्वरि देवी के नेतृत्व में सैंकड़ो महिलाओं द्वारा श्याम ध्वज यात्रा निकाली गई। सभी महिलाओं ने खाटूश्याम बाबा के चरणों में अपने ध्वज अर्पित किये।
इस अवसर पर सुदेश मलिक, स्कूल का समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।