भोपाल, (वेब वार्ता)। लोकायुक्त पुलिस के छापों के बाद चर्चा में आए परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा को आज यहां लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर कुछ समय पहले छापे की कार्रवाई के दौरान करोड़ों रुपए नगद और कई किलो सोना भी मिला था।
लोकायुक्त पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यूनीवार्ता से चर्चा में सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
इसके पहले सोमवार को सौरभ शर्मा की ओर से यहां विशेष अदालत में समर्पण संबंधी आवेदन लगाया गया था। सौरभ के अधिवक्ता ने आज यहां मीडिया से कहा कि जब आज सौरभ को अदालत ले जाया जा रहा था, तभी उसे लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने इस कार्रवाई को अवैधानिक बताते हुए कहा कि इसे अदालत में चुनौती दी जाएगी।
सोमवार को सौरभ ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से लोकायुक्त की अदालत के समक्ष एक आवेदन पेश किया था, जिसमें उसने समर्पण की इच्छा व्यक्त की थी।
दिसंबर माह के तीसरे सप्ताह में लोकायुक्त पुलिस ने परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर यहां छापे की कार्रवाई की थी। इस दौरान तीन करोड़ रुपए नगद, करोड़ों रुपयों के गहने और अचल संपत्ति संबंधी दस्तावेज मिले थे। इसी कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग ने भोपाल के पास मेंडोरा के सुनसान स्थान से एक कार से दस करोड़ रुपए नगद और 50 किलोग्राम से अधिक सोना जप्त किया था। इस सोने की कीमत 30 करोड़ रुपयों से अधिक आकी गयी थी। यह कार सौरभ के सहयोगी के नाम पर दर्ज थी। इसके बाद सौरभ और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने भी छापे की कार्रवाई की थी।
इन काईवाइयों के बाद से सौरभ शर्मा की विभिन्न जांच एजेंसियों को तलाश थी। उसके दुबई में होने की जानकारी भी सामने आयी थी, लेकिन जांच एजेंसियों ने इस बारे में कुछ नहीं बोला था। हाल ही में सौरभ शर्मा के अधिवक्ता ने सौरभ की जान को खतरा बताते हुए राज्य सरकार से सुरक्षा की मांग की थी। सौरभ की ओर से लोकायुक्त की विशेष अदालत में अग्रिम जमानत का आवेदन भी पेश किया गया था, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था।