बहराइच, (वेब वार्ता)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन करना देशद्रोह की बुनियाद रखने जैसा है।
जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर मिहीपुरवा के मोतीपुर में मुख्यमंत्री ने तहसील भवन का लोकार्पण करने के साथ साथ तहसील कर्मचारियों के लिए आवासीय भवनों का शिलान्यास भी किया। इस मौके पर एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बहराइच भारत की ऋषि परम्परा से जुड़ा जिला है। महाराज बालार्क का आश्रम इसी बहराइच में था।
इसी भूमि पर एक विदेशी आक्रांता को धूल धूसरित करते हुए महाराज सुहेलदेव ने भारत की विजय पताका लहराया था। उसी का असर था कि उसके बाद डेढ़ सौ वर्षों तक किसी विदेशी आक्रांता भारत पर आक्रमण करने का दुस्साहस नहीं कर पाया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बालार्क ऋषि की साधना से पवित्र हुई धरा को सुहेलदेव ने विजयभूमि के रूप में बदल के बहराइच की पहचान दी। उन्होने कहा कि 2017 में जब डबल इंजन की सरकार आई तो उत्तर प्रदेश में 33 लाख से अधिक वाद वरासत,नामान्तरण आदि के तहसील में लंबित थे, जिससे गांव गांव में मारपीट होना,बलवा होना,दबंगों द्वारा गरीबों की जमीन को हथिया लेना आम बात थी।
यही कारण था कि पिछली सरकारों के निकम्मेपन और भ्रष्टाचार ने इसे लूट का अड्डा बना दिया था।हमने राजस्व वाद संहिता बनाकर जिम्मेदारी तय करने के लिए समयसीमा का निर्धारण कर दिया।