खरखौदा/सोनीपत, सुनील कुमार (वेब वार्ता)। मशहूर सीताराम काँजल वाले के बेटे दिल्ली चौक के पास बाजार के कास्मैटिक दुकानदार बालकिशन उर्फ बाले को एक पुजारी ने फोन कर बुलाया। इसके बाद अगले दिन पुलिस जांच में दुकानदार बाले का शव गोपालपुर मार्ग पर बावरिया वाले मंदिर के अंदर मिला है। जिसकी सिर में चोट मारकर हत्या की गई है। शव के पास ही लाल रंग की चुरनी मिली है, वहां पर बाल्टी व तीन लोटे रखे हुए मिले हैं व पूजा का थोड़ा सामान भी मिला है। पुजारी फरार है, पुजारी का मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा है। पुलिस ने इस मामले में तीन टीमें गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी बीर सिंह का कहना है कि परिजनों ने रात्रि को करीब 12 बजे शिकायत दी थी। जिसके बाद पुलिस लगातार परिजनों के संपर्क में थी और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ये सूचना विभिन्न पुलिस थानों में दी थी। पुलिस ने सुबह मोबाइल नंबर की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि अंतिम कॉल आया हुआ है। उसकी जांच की तो पता चला कि ये अंतिम कॉल खरखौदा के गोपालपुर मार्ग पर रहने वाले पुजारी राजकुमार तिवारी का है। पुलिस ने जांच पड़ताल आगे बढ़ाई तो गोपालपुर मार्ग पर वह मंदिर भी बंद मिला जहां पुजारी राजकुमार पूजा करता था। पुलिस ने मंदिर के मुख्य गेट को ताला तोड़कर अंदर देखा तो मंदिर के अंदर वाले हिस्से पर भी ताला जड़ा हुआ था। पुलिस ने उस ताले को भी तोड़कर देखा तो वहां पर दुकानदार बाले का शव था। जिसके सिर में गहरी चोट मारकर उसकी हत्या की गई थी। पुलिस ने तुरंत इस मामले में सीआईए सहित तीन पुलिस टीमें गठित करके विभिन्न रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों सहित विभिन्न स्थानों प जांच शुरू कर दी है।
गौरव की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। बालकिशन की हत्या की गई है और शक संबंधित पुजारी पर है। जिसकी तलाश के लिए छापामारी की जा रही है। पुलिस कॉल डिटेल के आधार पर शव तक पहुंची है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ़्तार किया जाएगा।
– बीर सिंह, थाना प्रभारी खरखौदा