Wednesday, November 19, 2025
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संगम नोज पर जाने के प्रयास में कुछ श्रद्धालु हुये हैं घायल मगर हालात पूरी तरह सामान्य: योगी

लखनऊ, (वेब वार्ता)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर संगम नोज पर जाने के प्रयास में बीती रात एक से दो बजे के बीच भीड़ के दवाब में कुछ श्रद्धालु गंभीर रुप से घायल हुये हैं मगर अब हालात पूरी तरह सामान्य है और संगम में स्नान का क्रम निर्बाध और सुचारु रुप से जारी है।

उन्होने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अफवाहों पर कतई ध्यान दें और मेला प्रशासन ने उनकी सुविधा के पर्याप्त इंतजाम किये है। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे प्रशासन को सहयोग दें इस महास्नान को सफल बनायें। उन्होने कहा कि अफवाह और नकरात्मक सूचनायें प्रसारित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

श्री योगी ने पत्रकारों से कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। प्रयागराज में आज लगभग 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। कल लगभग 5.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ का स्नान किया था। श्रद्धालुओं के संगम नोज पर जाने से भारी दबाव बना हुआ है। रात 1-2 बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेड्स को फांद कर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है। कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुये है।

उन्होने कहा कि प्रशासन स्थानीय स्तर पर श्रद्धालुओं को सकुशल स्नान कराने के लिए लगातार लगा हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह से चार बार श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी ले चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी प्रात: से ही श्रद्धालुओं के बारे में लगातार जानकारी ले रहे हैं।

श्री योगी ने कहा कि प्रयागराज में हालात वर्तमान में नियंत्रण में हैं लेकिन भीड़ का दबाव बहुत बना हुआ है। संतों के साथ भी मेरी बात हुई है, उन्होंने बड़ी विनम्रता से कहा है कि पहले श्रद्धालु स्नान करके निकल जाएंगे उसके बाद ही हम स्नान के लिए संगम की तरफ करेंगे। सभी अखाड़े इसके लिए सहमत हैं।

उन्होने लोगों से अपील है कि अफवाह पर ध्यान न दें। संयम से काम लें। ये आयोजन लोगों का है। प्रशासन उनकी सेवा के लिए लगा है। सरकार मजबूती के साथ हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तत्पर है। आवश्यक नहीं है कि संगम नोज की तरफ ही आएं। 15-20 किलोमीटर के दायरे में अस्थायी घाट बनाए गए हैं, आप जहां पर हैं वहीं पर स्नान करें। खासतौर पर बच्चे,बुजुर्ग,सांस रोगी पास के घाट पर स्नान करें। मौनी अमावस्या पर स्नान का महत्व है। संगम पर भीड़ का भारी दवाब है,इसलिये वे संगम तट पर जाने का प्रयास न करें।

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