दुबई, (वेब वार्ता)। संयुक्त अरब अमीरात के एक राजनयिक ने बुधवार को ईरान के विदेश मंत्री से तेहरान में मुलाकात की। ईरान ने पहले बताया था कि यह राजनयिक अमेरिकी राष्ट्रपति का एक पत्र लेकर आए हैं जिसमें उसके तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत शुरू करने की मांग की गई है।
यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान इस पत्र पर क्या प्रतिक्रिया देगा, जिसके बारे में ट्रंप ने पिछले हफ्ते एक साक्षात्कार के दौरान बताया था। वहीं, सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा है कि उन्हें ‘धौंस जमाने वाली सरकार’ के साथ बातचीत में कोई दिलचस्पी नहीं है।
खामेनेई ने बुधवार को कहा, “अमेरिका सैन्य कार्रवाई की धमकी देता है, लेकिन मेरी राय में, यह धमकी तर्कहीन है। ईरान जवाबी हमले में सक्षम है, और वह निश्चित रूप से ऐसा करेगा।”
ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित दृश्यों में देखा जा सकता है कि अमीराती अधिकारी अनवर गरगाश को तेहरान में ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची से मुलाकात कर रहे हैं। गरगाश की यात्रा की पहले घोषणा नहीं की गई थी।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पहले कहा था कि वह ट्रंप का पत्र अपने साथ ले जाएंगे। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अमेरिका के साथ घनिष्ठ संबंध है।
ट्रंप ने पिछले सप्ताह 85 वर्षीय खामेनेई को पत्र लिखने की बात स्वीकार की थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने साक्षात्कार में कहा, ‘मैंने उन्हें एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा है, ‘मुझे उम्मीद है कि आप बातचीत करेंगे क्योंकि अगर हमें सैन्य रूप से आगे बढ़ना पड़ा, तो यह भयावह होगा।’’