महाकुंभ नगर (उप्र), (वेब वार्ता)। यूनेस्को के निदेशक (भूटान, भारत, मालदीव एवं श्रीलंका) टिम कर्टिस ने बुधवार को यहां संगम में स्नान किया और विश्व शांति की कामना की।
वह यहां अरैल स्थित परमार्थ निकेतन के शिविर पहुंचे तथा स्वामी चिदानन्द सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती के सान्निध्य में संगम में डुबकी लगायी।
परमार्थ निकेतन की एक विज्ञप्ति के मुताबिक, 2017 में यूनेस्को द्वारा कुंभ मेले को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किए जाने को लेकर स्वामी चिदानन्द और साध्वी भगवती ने यूनेस्को को धन्यवाद दिया तथा कर्टिस को भगवान शिव की प्रतिमा एवं रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर उनका अभिनंदन किया।
इस अवसर पर प्रयागराज के पुलिस आयुक्त तरूण गाबा, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
विज्ञप्ति के मुताबिक, टिम कर्टिस ने स्वामी चिदानन्द और साध्वी भगवती के साथ पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, वैश्विक शांति और सुरक्षा आदि अनेक विषयों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने यूनेस्को के प्रयासों और वैश्विक सुरक्षा के लिए किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) एक प्रमुख वैश्विक संगठन है, जो शिक्षा, संस्कृति, विज्ञान और संचार के माध्यम से विश्व शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देता है।