नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। बाहरी-उत्तरी जिला के डिस्ट्रिक्ट इंवेस्टिगेशन यूनिट (डीआईयू) की टीम ने ब्रैंडेड कंपनियों के नाम से बनाए जा रहे टूथपेस्ट की फैक्ट्री में छापेमारी कर सात हजार सेंसोडाइन के टूथपेस्ट बरामद किए हैं। वहीं, टूथपेस्ट पैकेजिंग के सामान ढक्कन, बाहरी पैकिंग समेत अन्य सामान भी पुलिस ने जब्त की है। पुलिस ने यहां काम कर रहे 10 कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं, फैक्ट्री का मालिक फरार बताया जा रहा है।
बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त निधिन वाल्सन ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। इस फैक्ट्री में 24 घंटे नकली टूथपेस्ट बनाने का काम जारी था। आशंका है कि इन टूथपेस्ट में खतरनाक कैमिकल का इस्तेमाल हो सकता है। ऐसे में सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं। फैक्ट्री मालिक फिलहाल फरार है, आरोपित को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीम उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। जानकारी के मुताबिक सेंसोडाइन की नकली टूथपेस्ट बनाए जाने की जानकारी ‘चेक आईपी साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड’ ने बाहरी-उत्तरी जिले की डीआईयू को दी थी।
मिली सूचना के आधार पर एसीपी जोगिंदर के नेतृत्व में फैक्ट्री में छापेमारी के लिए एक टीम बनाई गई। जांच के दौरान टीम को पता चला कि समयपुर बादली स्थित सिरसपुर गांव के नजदीक करीब पांच हजार स्क्वायर फीट प्लॉट की बिल्डिंग में फैक्ट्री चल रही है। जहां नकली टूथपेस्ट बनाने का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है।
टीम ने जानकारी के आधार पर शनिवार को इस फैक्ट्री में छापेमारी की। जहां टीम ने पाया कि 10 कर्मचारी फैक्ट्री में काम कर रहे हैं। यहां से सात हजार टूथ पेस्ट पूरी तरह तैयार होकर बाजार के लिए निकलने वाला ही था कि टीम ने पकड़ लिया। जांच में पता चला कि टूथपेस्ट दिल्ली-एनसीआर के अलावा सदर बाजार के जरिए देश के अलग-अलग राज्यों में भेजे जाते थे। टीम को इस दौरान एक ट्रक नकली टूथपेस्ट का माल मिला है। जिसे पुलिस ने जब्त कर आगे की कार्रवाई कर रही है।