नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मंगलवार शाम अचानक गुरु तेग बहादुर अस्पताल में छापेमारी करने पहुंचीं। वह अस्पताल के गोदाम में गईं जहां कोरोना काल के समय का काफी सामान गोदाम में पड़ा पाया। उन्होंने कहा, कोरोना के समय का हजारों का सामान यहां सड़ रहा है। अस्पतालों को डंपिंग ग्राउंड बना दिया गया है। जो लोग ढाई हजार को लेकर सवाल पूछते हैं, उन्हें देखना चाहिए कि स्वास्थ्य व्यवस्था का क्या हाल बना दिया है।
छापेमारी के दौरान रेखा गुप्ता ने कहा, पूरा गोदाम बुरी तरीके से भरा हुआ है। इसमें 458 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 140 वेंटिलेटर और 36 हजार पीपीई किट भरे हुए हैं। उन्होंने कहा, केवल एक अस्पताल में ऐसा नहीं है बल्कि हर गोदाम ऐसे ही भरा हुआ है। सीएम रेखा गुप्ता ने आगे कहा, करोड़ों रुपए का मटेरियल यहां पर मिट्टी हो रहा है। कोरोना के समय अस्पतालों की पार्किंग और स्पोर्ट्स ग्राउंड जैसी जगहों पर आनन फानन में जो 7 इमारतें बनाई गईं वहां अस्पतालों के हिसाब से कोई व्यवस्था नहीं है। इन्हें बनाने में कोई प्लान नहीं बनाया गया। केवल एक पोटा केबिन जैसा खड़ा कर दिया गया। उन्होंने कहा, तेग बहादुर में बनाई जा रही ऐसी ही इमारत अभी भी पूरी नहीं हुई है। इसमें अभी 60 फीसदी काम पूरा हुआ है। यह हाल सातों इमारतों का है और ये इमारतें लगभग 12 करोड़ रुपए की लागत से बनाई जा रही थीं। सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, अगर इन इमारतों पर ढाई हजार करोड़ भी खर्च कर दें तो इन इमारतों का इस्तेमाल नहीं कर सकते।
कर्मचारी चिल्ला रहे 6 महीने से नहीं मिली सैलरी-सीएम रेखा गुप्ता
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, मैं बिल्डिंग में आई तो कर्मचारी चिल्ला रहे थे कि 6 महीने से हमारी सैलरी नहीं मिली। अभी इस तरह के ना जाने कितने मुद्दे खोज खोज के निकालने होंगे। जो लोग चिल्ला रहे हं कि ढाई हजार रुपए दीजिए, उन्हें देखना चाहिए कि दिल्ली सरकार को वह किस हालत में छोड़ कर गए हैं। करोड़ों रुपए का नुकसान दिल्ली की जनता का किया है। हजारों हजार सामान अस्पताल में सड़ रहा है। अस्पताल की हालत देखिए, कर्मचारियों को सैलरी नहीं है, इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है इस हालत का जिम्मेदार कौन है। सीएम ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, उन्होंने दिल्ली के लोगों के करोड़ों रुपये बर्बाद कर दिए। पूरा सिस्टम खराब हो गया है। मरीज अपना इलाज नहीं कर पा रहे हैं और डॉक्टर शर्मिंदा हैं। केवल एक एमडी चार बड़े अस्पतालों के लिए काम कर रहा है। आप सरकार का स्वास्थ्य और शिक्षा मॉडल शून्य था।