पटना, (वेब वार्ता)। महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बाद अब बिहार में औरंगजेब पर टिप्पणी को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल हाने हैं ऐसे में चुनाव पूर्व औरंगजेब विवाद ने राजनीतिक हलचल को बढ़ा दिया है। ‘औरंगजेब अच्छा बादशाह था या जालिम?’— इस मुद्दे पर बीजेपी और जेडीयू के बीच टकराव की स्थिति बन गई है।
दरअसल जेडीयू के एमएलसी खालिद अनवर ने अपने बयान में कहा था कि, औरंगजेब जालिम नहीं, बल्कि एक अच्छा शासक था। उसने मंदिरों को नहीं तोड़ा। उन्होंने दावा किया कि औरंगजेब के खिलाफ एक विशेष लॉबी दुष्प्रचार कर रही है। उनके इस बयान पर बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता नीरज बबलू ने तीखी प्रतिक्रिया दे दी है। उन्होंने कहा, कि देश जानता है कि औरंगजेब एक लूटेरा और क्रूर शासक था। उसकी तारीफ करने वालों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे लोगों को इतिहास पढ़ना चाहिए।
‘छावा’ फिल्म से उठा विवाद, बिहार तक पहुंचा
मुगल शासक औरंगजेब पर चर्चा हाल ही में हिंदी फिल्म छावा की रिलीज़ के बाद शुरू हुई थी। फिल्म में औरंगजेब के किरदार को लेकर विवाद खड़ा हुआ, जो अब बिहार की राजनीति तक पहुंच चुका है।
खालिद अनवर ने अबू आज़मी के बयान का किया समर्थन
खालिद अनवर ने सपा नेता अबू आजमी के बयान का समर्थन करते हुए कहा, यह एक अकादमिक चर्चा है, इस पर संसद या राजनीतिक मंच पर बहस नहीं होनी चाहिए। बड़े इतिहासकारों ने कहा है कि औरंगजेब को जितना जालिम बताया जाता है, वह उतना नहीं था।
बीजेपी ने जेडीयू पर साधा निशाना
बीजेपी नेताओं ने जेडीयू से खालिद अनवर पर कार्रवाई करने की मांग की है। बीजेपी विधायक नीरज बबलू ने कहा, ऐसे बयान देश की संस्कृति और इतिहास का अपमान हैं। अगर कोई औरंगजेब की तारीफ करता है, तो उसे अपने तथ्यों की जांच करनी चाहिए।
इस विवाद के चलते बिहार में बीजेपी और जेडीयू के संबंधों में तनाव बढ़ सकता है। आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह मुद्दा राजनीतिक रूप से और गर्माने की संभावना जताई जा रही है।