बीकानेर, (वेब वार्ता)। बीकानेर पीबीएम हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर में गंभीर रूप से बीमार पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई। मृतक पाकिस्तानी नागरिक की पत्नी और पांच बच्चों का वापस पाकिस्तान लौटना मुश्किल नजर आ रहा है। पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित चक 48 डीबी निवासी 36 वर्षीय जानूराम अपनी पत्नी मीमो और पांच बच्चों सहित 15 फरवरी 23 को हरिद्वार के वीजा पर भारत आया था।
वह फलौदी के धोलासर गांव में अपने ममेरे भाई सोनाराम के यहां ठहरा हुआ था। तबीयत बिगड़ने पर सोनाराम उसे लेकर दोपहर में पीबीएम हॉस्पिटल पहुंचा, जहां ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया और यहीं एक मुक्तिधाम में उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया।
जानूराम की मृत्यु के बाद अब उसकी पत्नी और पांचों बच्चों के वापस पाकिस्तान लौटने की राह मुश्किल हो गई है। मृतक का परिवार परेशान है। रात को पीबीएम परिसर में किराए के बिस्तर पर सो गया। सोनाराम ने बताया कि जानूराम के सिर में ट्यूमर था। उसका जोधपुर में ऑपरेशन कराया था। उसके बाद तबीयत बिगड़ गई तो पीबीएम ले आए।
सोनाराम का कहना है कि उसके परिवार के वापस वाघा बॉर्डर पहुंचने की तारीख 11 अगस्त है। पांच अगस्त को उसे फलौदी पुलिस ने आउट कर दिया था। अब मृत्यु प्रमाण पत्र बिना पाकिस्तान लौटना संभव नहीं है। पीबीएम अस्पताल में 21 दिन तक मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का प्रावधान है, लेकिन मृतक पाकिस्तानी नागरिक का पीबीएम अस्पताल में भर्ती का रिकॉर्ड नहीं है। पीबीएम पुलिस चौकी ने घटना की सूचना फलौदी पुलिस को दी है।