पटना, (वेब वार्ता)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 59028 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद कहा कि उन्हाेंने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है।
श्री कुमार ने शनिवार को यहां मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में आयोजित कार्यक्रम में 59 हजार 28 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद अपने संबोधन में कहा, “हमलोगों ने शुरू से ही सभी वर्गों चाहे हिंदू हों, मुसलमान हों, अगड़ा हों, पिछड़ा हों, अति पिछड़ा हों, दलित हों, महादलित हों उनके उत्थान के लिए कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए भी कई कार्य किए गए हैं। सभी क्षेत्रों में महिलाएं आगे आ रही हैं। शिक्षक के रूप में बड़ी संख्या में महिलाएं बहाल हुई हैं। उन्होंने कहा, “मैं आज सभी शिक्षकों से कहना चाहता हूं कि वे अच्छे से बच्चों को पढ़ाएं और उनका विकास करें। मैं शिक्षा मंत्री से भी कहना चाहता हूं कि वे शिक्षण कार्य पर निरंतर निगरानी रखें। सभी बच्चे मन लगाकर पढ़ें। बच्चों को पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा नहीं हो, इसपर सबलोग विशेष ध्यान रखें।”
श्री कुमार ने कहा कि जब हमलोगों को यहां काम करने का मौका मिला तो शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरी के लिए कई कदम उठाए गए। शिक्षकों की अत्यधिक कमी होने के कारण वर्ष 2006-07 से पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गई, जिनकी कुल संख्या लगभग तीन लाख 68 हजार है। वर्ष 2023 के बाद से सरकारी शिक्षकों की बहाली के लिए बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा परीक्षा ली गई जिसमें 28 हजार नियोजित शिक्षक भी परीक्षा उत्तीर्ण कर सरकारी शिक्षक बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने तय किया कि नियोजित शिक्षकों के लिए अलग से परीक्षा ली जायेगी और उन्हें इसके लिए पांच अवसर दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक प्रथम सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण हुए तथा 66 हजार 143 नियोजित शिक्षक दूसरी सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण हुए है।
श्री कुमार ने कहा कि आज यहां 100 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, शेष लोगों को जिलों से नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है। दो सक्षमता परीक्षा में कुल दो लाख 53 हजार 961 नियोजित शिक्षक उत्तीर्ण हुए, जिनकी सरकारी शिक्षक के रूप में बहाली हो गई है। उन्होंने कहा कि अब मात्र 86 हजार नियोजित शिक्षक बचे हुए हैं जो परीक्षा उत्तीर्ण कर जल्द ही सरकारी शिक्षक के रूप में बहाल हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग से दो लाख 17 हजार 272 सरकारी शिक्षक के रूप में परीक्षा पास कर बहाल हुए है तथा दो लाख 53 हजार 961 नियोजित शिक्षक से सरकारी शिक्षक बने है यानी कुल चार लाख 71 हजार 233 सरकारी शिक्षक बने। हाल ही में बीपीएससी द्वारा हुई परीक्षा में 66 हजार 800 शिक्षक तथा 42 हजार 918 हेडमास्टर परीक्षा उत्तीर्ण हुये है, जिन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी शिक्षकों की कुल संख्या पांच लाख 80 हजार 951 हो गई है।
कार्यक्रम में दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार, सूचना प्रावैधिकी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, वित्त विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं नवनियुक्त विशिष्ट शिक्षक उपस्थित थे।