तेल अवीव, (वेब वार्ता)। इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग के सीजफायर का पहला चरण खत्म हो गया है। लेकिन अब ऐसा लगा रहा है कि गाजा में इजरायल और हमास के बीच हुए युद्धविराम समझौते का भविष्य अधर में जा रहा है। जहां समझौते को लेकर इजराइल और हमास अपने शर्तों पर अड़े हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ गाजा के लोगों की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। इस बीच इजराइल ने हमास पर दबाव बनाने के लिए रविवार को गाजा को मिलने वाली बिजली की आपूर्ति रोक दी है। इजरायल ने कहा है कि गाजा की बिजली की आपूर्ति तत्काल प्रभाव से बंद की जा रही है।
गौरतलब है कि गाजा में युद्धविराम का पहला चरण बीते 1 मार्च को खत्म हो गया है। समझौते को लेकर इजराइल और हमास-अलग अलग शर्तों पर अड़े हुए हैं। इजरायल समझौते के पहले चरण को अप्रैल तक बढ़ाना चाहता है। वहीं हमास ने युद्धविराम के दूसरे चरण पर तत्काल वार्ता शुरू करने की शर्त रखी है। पिछले सप्ताह रमजान से पहले गाजा में माल और आपूर्ति के प्रवेश पर रोक लगाने के बाद इजराइल ने चेतावनी भी दी थी कि अगर हमास अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता है तो इसके और भी बुरे परिणाम हो सकते हैं।इस बीच हमास ने इजरायल द्वारा उठाए गए इस कदम को ब्लैकमेल बताया है। हमास के राजनीतिक ब्यूरो के अधिकारी इज़्ज़त अल-रिश्क ने बिजली कटौती की कड़ी निंदा की है। इस बीच हमास के एक बयान में कहा गया कि हमास के प्रतिनिधियों ने मिस्र के मध्यस्थों से मुलाकात की है जिसमें उन्होंने बिना किसी प्रतिबंध या शर्त के सहायता आपूर्ति को फिर से शुरू करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया गया।
रविवार को इजरायल के ऊर्जा मंत्री एली कोहेन ने एक वीडियो बयान में कहा कि मैंने अभी-अभी गाजा पट्टी को तत्काल बिजली आपूर्ति बंद करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा, हम बंधकों को वापस लाने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि गाजा से हमास का खात्मा कर दें, अपने पास उपलब्ध सभी साधनों का उपयोग करेंगे। इससे पहले बीते सप्ताह इजराइल ने गाजा के युद्ध प्रभावित क्षेत्र में सभी तरह की मानवीय सहायता की आपूर्ति पर भी रोक लगा दी थी।