मुंबई, (वेब वार्ता)। महाराष्ट्र के मुंबई के खार थाना क्षेत्र की हीरा कारोबारी सुनीता जेवरी के यहां से दो करोड़ के हीरे और सोने के गहने चोरी होने का मामला सामने आया है। इस चोरी का आरोप बिहार के समस्तीपुर निवासी शख्स पर लगा है। आरोप है कि उक्त शख्स सुनीता जेवरी के घर में दो साल से घरेलू काम कर रहा था। जब उसने मालिक पर विश्वास जमा लिया तो उसने अपने एक दोस्त के साथ चोरी की घटना को अंजाम दिया और फरार हो गए। हालांकि मुंबई पुलिस ने समस्तीपुर की हथौड़ी पुलिस के साथ मिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दो साल घरेलू काम कर जीता भरोसा
जानकारी के अनुसार, मुख्य आरोपी समस्तीपुर जिले के शिवाजीनगर प्रखंड के हथौड़ी थाना क्षेत्र के भटौरा गांव निवासी रामचंद्र मंडल का बेटा राजा कुमार है। वहीं, उसका दोस्त मधुबनी के खुटौना थाने के सिहुला गांव निवासी विनोद यादव का बेटा नीरज कुमार है, जो खुद भी काम करता था। दोनों पहले मालिक के विश्वासपात्र बने। जब दोनों घर के सभी कमरों में जाने लगे तो 13 फरवरी को घर से करीब दो करोड़ के हीरे और सोना लेकर फरार हो गए।
दोनों आरोपियों को मुंबई ले जाएगी पुलिस
बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी जैसे ही घर पहुंचे, पीछे से मुंबई पुलिस भी पहुंच गई और दोनों को चोरी के हीरे और सोना के साथ गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, मुंबई पुलिस ने शुक्रवार रात हथौड़ी पुलिस के साथ भटौरा गांव में छापेमारी कर राजा को गिरफ्तार कर लिया। उसके घर से सोना बरामद किया गया है। बरामद जेवरात में करीब डेढ़ करोड़ के हीरे और 50 लाख का सोना बताया गया है। अब दोनों को मुंबई पुलिस अपने साथ ले जाने की तैयारी कर रही है।
ट्रेन से बोरे में छिपाकर लाए थे हीरे और सोना
जानकारी के मुताबिक, राजा और नीरज दोनों 13 फरवरी को मुंबई से पवन एक्सप्रेस से निकले थे। दोनों ट्रेन की जनरल बोगी में कपड़ों आदि के बीच बोरे में जेवरात छिपाकर लाए थे। दोनों ही 15 फरवरी की रात अपने-अपने घर पहुंचे थे। दोनों मैट्रिक के परीक्षार्थी भी हैं। दोनों ने ही 16 को मैट्रिक परीक्षा भी दी। इसी दौरान 16 फरवरी की रात पहले पुलिस ने मधुबनी के नीरज को गिरफ्तार किया। फिर नीरज के साथ पुलिस हथौड़ी के भटौरा गांव पहुंची, जहां स्थानीय पुलिस के साथ छापामारी कर राजा को भी गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि कुछ जेवरात नीरज के घर से और जेवरात राजा के घर मिले।
दोबारा मुंबई न आने की सोच कर की थी चोरी
पुलिस पूछताछ में पता चला कि दोनों आरोपियों ने यह सोच कर चोरी की घटना को अंजाम दिया कि जेवर बेचकर वहीं कोई कारोबार करेंगे। वापस मुंबई लौट कर नहीं आएंगे। लेकिन अब दोनों को हवालात में जाना पड़ेगा। हथौड़ी थानाध्यक्ष मोनू राय ने बताया कि मुंबई पुलिस के साथ की गई छापेमारी में पुलिस को सफलता मिली है। दोनों को मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया गया है।