टोहाना, (वेब वार्ता)। टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह बबली ने शुक्रवार को जाखल में किसानों से माफी मांगकर अपना पुराना विवाद सुलझा लिया। किसानों के साथ हुई पंचायत में देवेंद्र बबली ने किसानों से माफी मांगी और किसानों पर दर्ज करवाए गए पर्चों को रद्द करवाने के लिए अपनी सहमति दे दी। उधर, किसान नेताओं ने कहा कि देवेंद्र बबली द्वारा किसानों को जो धक्के मारे गए और उन पर पर्चे रद्द करवाए गए, केवल उस मामले में उन्हें माफी दी गई है, उनका कोई समर्थन नहीं किया गया, बल्कि भाजपा का जो विरोध था, वो आगे भी जारी रहेगा।
पंचायत के बाद देवेंद्र बबली ने कहा कि किसान संगठनों से बैठक हुई, उसमें कुछ मसले हल किए गए। उन्होंने कहा कि मैं किसान का ही बेटा हूं, मेरे जो शब्द किसानों को अच्छे नहीं लगे, वो वापस लेते हैं और माफी मांगते हैं। किसानों की पीड़ा उनसे अच्छा और कोई नहीं जान सकता, हां किसानों को काम करके नहीं दिखा पाया, यह जता नहीं पाया कि वे उनके साथ हैं। सारे मुकदमे हैं, वे रूटीन प्रोसेस के बाद खारिज हो जाएंगे।
उधर, किसान नेता मनदीप नथवान ने बताया कि भाजपा किसान विरोधी है और उसे हराने को एड़ीचोटी का जोर लगाएंगे। पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने 12 मार्च को जाखल में सवाल पूछ रहे किसानों को धक्के मारे और उन पर मुकदमे बनवाए, इस मामले में आज बबली ने पंचायत में माफी मांगी है। पंचायत में बड़े-बड़े मसले सुलझ जाते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि बबली को समर्थन होगा। किसान अपना विरोध जारी रखेंगे।
बता दें कि बीती 12 मार्च वही दिन था, जब भाजपा और जेजेपी का गठबंधन टूट गया था और बतौर पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली जाखल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाइव कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। यहां पहुंचने से पहले किसानों ने उनका घेराव कर उनसे किसान आंदोलन व बाढ़ मुआवजे संबंधी संबंधित सवाल पूछने जारी किए तो वहां किसानों व बबली में धक्का मुक्की शुरू हो गई थी। जिस समय बबली कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे तो दूसरी तरफ उनकी मंत्री की कुर्सी जा रही थी। उसी दिन भाजपा जजपा गठबंधन टूटने के बाद नए मुख्यमंत्री नायब सैनी चुने गए थे।