4 वर्ष होने को हैं, फरियादी स्वर्ग सिधार गया पर पुलिस की कार्यवाही…?
मामला महाराजपुरा पुलिस थाने का
-मुकेश शर्मा
ग्वालियर। शहर की महाराजपुरा पुलिस भी अजब गजब है।यहां आम आदमी की बात तो अलग सीनियर सिटीजन भी फरियाद करते करते स्वर्ग सिधार गया पर उसकी फरियाद पुलिस पुलिस ने नहीं सुनी दर असल घटना वर्ष 2020 की है विक्रमपुर निवासी रतिराम लोधी के पास ओरिएंटल बैंक आदित्य पुरम शाखा से मैसेज आया कि उनके बैंक खाते से 25 लाख रुपए निकल गए रतीराम को चूंकि केवल अच्छर ज्ञान था तो उन्होंने अपने परिचित को मैसेज दिखाया,परिचित ने बताया कि आपके बैंक खाते से 25 लाख रुपए निकल गए हैं इतना सुनकर रतीराम के होश फाख्ता हो गए और अपने रिश्तेदार रघुबीर सिंह को लेकर भागे भागे पहले बैंक पहुंचे तो बैंक प्रबंधक ने बताया कि आपके खाता संख्या से 12992191008572 से 25 लाख रुपये श्याम कुमार पाठक नामक व्यक्ति ने चैक से निकाले हैं तब रतीराम ने बैंक में आवेदन देकर कहा कि मैंने किसी को कोई चैक नहीं दिए है फिर पैसे कैसे निकल गए इसपर तत्कालीन बैंक प्रबंधक ने रतीराम से कहा कि हम अपने स्तर पर जांच करते हैं बाकी आप पुलिस से संपर्क करें तब रतीराम ने महाराजपुरा पुलिस थाने में आवेदन देकर न्याय की मांग की रतीराम ने दिनांक 19.08.2022 को दिए आवेदन में लिखा कि उनके चैक धोखे से चैक चोरी करके पैसे निकाल लिए उसकी जांच कर मेरे पैसे वापस कराकर आरोपी के विरूद्ध कार्रवाई कर मुझ आवेदक को न्याय दिलाया जाबे।3 वर्ष तक थाना और पुलिस अधीक्षक के चक्कर लगाते लगाते रतीराम स्वर्ग सिधार गए परंतु पुलिस के कानों पर जूं नहीं रेंगी। स्व श्री लोधी खेती किसानी का कार्य करते थे। उनका एक खेत दो बीघा का विक्रमपुर मौजा, थाना महाराजपुरा में स्थित था, जिसे उन्होंने द्वारा दिनांक 09.09.2020 को सचिन तोमर पुत्र भगवान सिंह तोमर निवासी रचना नगर, महाराजपुरा को 1 करोड, 60 लाख रूपये में बेचा था। सचिन तोमर द्वारा स्व श्री रतीराम 30,000/- रूपये नगद दिये थे तथा शेष राशि केनरा बैंक गोला का मंदिर के नाम से लगभग 20 चैकों के माध्यमसे दिये गये थे। लोधी के द्वारा 08 चैकोका भुगतान करीबन 1 करोड रूपये का हो गया था तथा शेष 12 चैक लोधी के पास थे जिनका भुगतान किया जाना शेष है। दिनांक 18.09.2020 को लोधी के खाते मे 95,98,140 /- रूपये बेलेंस में थे। उक्त दिनांक को ही उनके खाते से चैक कमांक 11617 से किसी श्याम कुमार पाठक द्वारा 25 लाख रूपये निकाल लिये गये है। यह पैसे उनके पास मौजूद चैक से निकाले गये, यह चैक रूपये निकालने वाले के पास कैसे पहुंचा यह जानकारी श्री लोधी के पास नहीं थी इस बात की जानकारी उन्होंने तत्काल महाराजपुरा पुलिस को दी पर पुलिस ने उनके जिंदा रहते तो क्या मृत्यु दिनांक तक कोई सुनवाई नहीं की श्री लोधी के उक्त बैंक खाते से निकाले गये 25 लाख रुपए वापस मिलेंगे?उनके आवेदन पर कोई कार्रवाई होगी या पुलिस पैसा और पॉवर की ही सुनेगी आम आदमी की नहीं?