कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बिहार की धरती ने दुनिया को नालंदा और विक्रमशिला जैसे ज्ञान के केंद्र दिए। यह वही बिहार है जहाँ चाणक्य की बुद्धिमत्ता और सम्राट अशोक की दूरदर्शिता ने भारत को दिशा दी। बोधगया में भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ और गुरु गोविंद सिंह जी की जन्मभूमि ने हमें एक नई ऊर्जा दी।
यह बातें बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व मोतिहारी विधायक प्रमोद कुमार ने शनिवार को पडरौना में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि जब आप अपने बच्चों को “लिट्टी-चोखा” या मखाना खीर का स्वाद चखाते हैं, जब छठ के समय सूर्य को अर्घ्य देने का समय आता है, जब अपने शहर-गाँव की गलियों की याद आती है। तब आपको महसूस होता है कि बिहार सिर्फ एक जगह नहीं, एक जज़्बा है, एक पहचान है।
उन्होंने कहा कि यह भी सच है कि एक समय बिहार अराजकता, अपराध और पिछड़ेपन का शिकार हो गया था। राजद के कुशासन के दौर में बिहार में न गुड गवर्नेस था, न ही कानून का राज। अपराध, अपहरण और जातीय हिंसा बिहार की पहचान बन चुकी थी। निवेशक बिहार का नाम सुनकर ही भाग जाते थे, और उद्योग-व्यापार ठप हो गया था।लेकिन एनडीए की सरकार ने बिहार को इस अंधकार से बाहर निकाल कर विकास की राह पर आगे बढ़ाया है।एनडीए सरकार ने बिहार को अपराध और भ्रष्टाचार से मुक्त कर विकास के रास्ते पर लाने का काम किया है।
इस अवसर पर जिला मीडिया प्रभारी विश्वरंजन कुमार आनन्द, पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, जिला मंत्री डॉ सीमा गुप्ता और डॉ पीएन राय आदि मौजूद थे।
बिहार की एनडीए सरकार ने बिहार को अंधकार से बाहर निकाल कर विकास के रास्ते पर लाया : प्रमोद कुमार
