नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि मोदी सरकार ने शांति और सुरक्षा की नींव पर जम्मू कश्मीर में विकास और लोकतंत्र का नया युग शुरू किया है, सरकार ने संवाद, सुरक्षा तथा समन्वय को अपना कर नक्सलवाद की समस्या पर जीत हासिल की है और अगले वर्ष 31 मार्च तक देश से नक्सलवाद पूरी तरह समाप्त हो जायेगा।
श्री शाह ने सदन में गृह मंत्रालय के कामकाज पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने विभिन्न अलगावादी संगठनों के साथ अनेक समझौते किये हैं जिससे पूर्वोत्तर की समस्या भी कमोबेश खत्म करने की कगार पर है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति है और विवाद के लिए जिम्मेदार दोनों समुदायों में बातचीत हुई है तथा उम्मीद है कि इस समस्या का जल्द समाधान हो जायेगा।
गृह मंत्री ने तमिलनाडु पर हिन्दी भाषा थोपने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी सरकार देश की हर भाषा के प्रचार प्रसार की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भाषा के नाम पर जहर घोलने तथा भाषा की आड में घोटाले और भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने के लिए तमिल भाषा में संवाद करेगी। उन्होंने कहा कि वह स्वयं आगामी दिसम्बर से तमिलनाडु सरकार के साथ तमिल भाषा में ही संवाद करेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने वोट बैंक की परवाह किये बिना देश हित में कड़े और कठाेर निर्णय लिये हैं जिससे आतंकवाद की कमर तोड़ दी गयी है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 35 ए और अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद आमूलचूल परिवर्तन आया है।