यरूशलम, (वेब वार्ता)। इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इजराइल लगातार हमास के आतंकियों को निशाना बना रहा है। इस बीच इजराइल की सेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने गाजा पट्टी में एक स्कूल के अंदर “हमास के एक अड्डे” को निशाना बनाया है। वहीं, इस हमले को लेकर हमास से जुड़े मीडिया ने बताया कि हमले में कम से कम 39 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए हैं। नुसेरात क्षेत्र में हमले के बारे में बृहस्पतिवार सुबह विरोधाभासी जानकारी मिली और ‘एसोसिएटेड प्रेस’ तुरंत स्वतंत्र रूप से हमले के बारे में पुष्टि नहीं कर सका।
लोगों के मारे जाने की सूचना
हमास के अल-अक्सा टेलीविजन ने इजराइली हमले में कम से कम 39 लोगों के मारे जाने की सूचना दी, लेकिन आंकड़ों का स्रोत नहीं बताया। फलस्तीनी समाचार एजेंसी (डब्ल्यूएएफए) ने बताया कि कम से कम 32 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हुए हैं।
सेना ने नहीं दिए सबूत
इजराइली सेना ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने फलस्तीनियों को सहायता प्रदान करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी द्वारा संचालित स्कूल पर हमला किया। एजेंसी को ‘यूएनआरडब्ल्यूए’ के नाम से जाना जाता है। इजराइली सेना ने दावा किया कि ‘हमास’ और ‘इस्लामिक जिहाद’ संगठनों ने अपनी गतिविधियों के लिए स्कूल का इस्तेमाल ढाल के रूप में किया। हालांकि, सेना ने तत्काल इसका कोई सबूत पेश नहीं किया।
उठाए गए थे एहतियाती कदम
इजराइली सेना ने दावा किया, “हमले के दौरान निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचने के जोखिम को कम करने के लिए हमला करने से पहले कई कदम उठाए गए थे, जिनमें हवाई निगरानी करना और अतिरिक्त खुफिया जानकारी शामिल हैं।”
कैसे शुरू हुई जंग
नुसेरात शरणार्थी शिविर गाजा पट्टी के मध्य में है। यह मध्य गाजा में बना एक फलस्तीनी शरणार्थी शिविर है जो 1948 के अरब-इजराइल युद्ध के समय से है। जंग की शुरुआत बीते साल सात अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले से हुई थी, जिसमें कम से कम 1,200 लोग मारे गए और 250 अन्य लोगों को बंधक बनाया गया था। गाजा पट्टी में इजराइली सैन्य अभियान में कम से कम 36,000 फलस्तीनी मारे गए हैं, जबकि इजराइली कब्जे वाले ‘वेस्ट बैंक’ में सैकड़ों अन्य लोगों की मौत हुई है।