मुंबई, (वेब वार्ता)। मेहंदी वाला घर के 31 मई के इपिसोड की शुरुआत होती है मनीषा के करण को कॉल करने से, जिसका कॉल नहीं लगता और जानकी मां और मनीषा सहित पूरा घर परेशान हो जाता है। जानकी मौली को कहती है कि वह करण के पास जाए और पूरा कन्फ्यूजन दूर करे। मौली कहती है कि वह करण से मिलने के लिए और सब बताने के लिए पूरी तरह तैयार है, लेकिन अगर करण भविष्य में फिर उस पर शक करता है तो वो क्या करेगी? क्योंकि, शक प्यार और विश्वास को खत्म कर देता है। मौली मनीषा से कहती है कि अगर वह इन सबके बाद भी उससे कहेगी तो वह करण के पास जाने को तैयार है। इस पर मनीषा कहती है कि वह उससे शादी करेगी, जो उस पर विश्वास करता हो और उससे प्यार करता हो।
पकड़ी गई सुप्रभा
दूसरी तरफ सुप्रभा पूछती है कि क्या करण अपने कमरे में है? जवाब में विक्की हां कहता है। ये सुनते ही सुप्रभा कहती है कि शायद करण शादी कैंसिल करने वाला है और सुप्रभा करण को भड़काने के इरादे से उसके रूम में जाती है। लेकिन, वो मनोज और बाकी लोगों को कमरे में देखकर हैरान रह जाती है। वह उनसे पूछती है कि वे चारों यहां क्या कर रहे हैं। अक्षय कहता है कि आप अमित के साथ इन सब में मिली हुई थीं। मनोज सुप्रभा के प्लानिंग सुनने की बात कहता है। विक्की कहता है कि हमने सुना कि आपका नाचने का मन कर रहा है। इसके बाद अजय करण के बारे में पूछता है और वह कहती है कि उसे नहीं पता कि करण कहां है।
बारात लेकर मेहंदी वाला घर पहुंचा करण
इसी बीच स्वरा अजय को फोन करती है और उसे जल्दी घर आने को कहती है, क्योंकि करण बारात लेकर घर आ गया है। ये सुनते ही चारों भाई खुश हो जाते हैं और घर की ओर निकल जाते हैं। मौली कहती है कि बारात आ गई। ज्योति, मनीषा से कहती है कि वह अपने दूल्हे का चेहरा ना देखे। मौली कहती है कि उन्हें जाने दो, ये उनके मिलन का समय है। मनीषा करण को देखने के लिए भागती है। तभी चारों भाई भी दूल्हे का स्वागत करने के लिए मेहंदी वाला घर पहुंच जाते हैं। मनीषा करण को देखती है और स्माइल करती है. मौली मनीषा से कहती है कि उसके प्यार में बहुत ताकत है, ये सुनते ही मनीषा उसे गले लगा लेती है।
मनीषा को मौली ने दी बधाई
मनीषा कहती है कि उसे करण के सामने बेस्ट दिखना है। मौली उसे हंसने को कहती है। जानकी मां और बाकी के सदस्य करण का स्वागत करते हैं। करण देरी से पहुंचने के लिए घरवालों से माफी मांगता है और कहता है कि मैं आप सभी के सारे सवालों के जवाब दूंगा, लेकिन ये गिफ्ट मनीषा को दे दीजिए। जगमोहन घरवालों से सुप्रभा के बदले माफी मांगता है। मनीषा गिफ्ट देखती है, जिसमें एक बुके और करण का नोट होता है। नोट देखकर मनीषा खुश हो जाती है। इसी बीच सुप्रभा और विक्की भी पहुंचते हैं, ऐसे में जगमोहन और करण उन्हें जाने को कह देते हैं।
करण ने मनीषा का किया बचाव
करण मनीषा का बचाव करहता है। वह कहती है कि उसने सुप्रभा को सिम कार्ड फेंकते देखा था और उसने उसका फोन भी चेक किया था, जिसमें अमित और सुप्रभा की चैट थी और मनीषा और अमित की फोटो भी। वह जगमोहन को सब बताता है। करण कहता है कि उसे कोई ड्रामा नहीं चाहिए। जगमोहन करण की जिंदगी बर्बाद करने की कोशिश करने को लेकर सुप्रभा पर चिल्लाता है। वह कहता है कि उसे कभी करण के लिए इतना अच्छा परिवार और लड़की नहीं मिलेगी। दूसरी तरफ सुप्रभा और विक्की गुस्से में अग्रवाल सदन से चले जाते हैं। इसी बीच शादी के फंक्शन भी शुरू हो जाते हैं। करण और मनीषा एक-दूसरे को वरमाला पहनाते हैं।
मनीषा की हुई विदाई
तभी राहुल मौली को देखता है और उस पर फूल बरसाने लगता है। ये देखकर रति सोचती है कि आखिर राहुल ऐसा क्यों कर रहा है? मौली मुड़ती है और राहुल को देखती है। राहुल मौली और परिवार के साथ के पलों को याद करता है। राहुल मौली के बारे में सोचता रहता है और उसका दुपट्टा पकड़कर चक्कर काटने लगता है। ये सब देखकर रति नाराज हो जाती है। तभी पंडित कहता है कि फेरे पूरे हुए। मनोज कन्यादान देता है और करण से मनीषा का ख्याल रखने को कहता है। जानकी मां मनीषा और करण को आशीर्वाद देती है। मनीषा की विदाई होती है और पूरा अग्रवाल सदन आंसुओं में डूब जाता है।