वाराणसी, (वेब वार्ता)। महाकुंभ के दौरान पलट प्रवाह की भारी भीड़ को देखते हुए वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। रेलवे प्रशासन ने स्टेशन परिसर के सभी प्रवेश और निकास मार्गों पर बैरिकेडिंग कर दी है। केवल रेलवे अधिकारियों और विशिष्ट व्यक्तियों के वाहनों को ही पार्सल गेट से प्रवेश की अनुमति दी गई है। मालगोदाम रोड पार्सल गेट के पास भी बैरियर लगाकर स्टेशन परिसर की ओर जाने वाली गाड़ियों को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सर्कुलेटिंग एरिया में अस्थायी पुलिस चौकी भी स्थापित की गई है। इसके अलावा, कैंट फ्लाईओवर के नीचे स्टेशन आने वाले मार्ग पर आरपीएफ और जीआरपी ने बैरिकेडिंग कर दी है, जिससे केवल पैदल यात्रियों को ही आने-जाने की अनुमति दी जा रही है। सोमवार शाम को स्टेशन पर इतनी भीड़ थी कि यात्रियों को सर्कुलेटिंग एरिया में ही रोक दिया गया।
यात्रियों की भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए यात्री हॉल से प्लेटफॉर्म पर जाने वाले मार्गों पर कॉमर्शियल स्टाफ और आरपीएफ की तैनाती की गई है। वे यात्रियों के टिकट चेक करने के बाद ही प्लेटफॉर्म पर एंट्री दे रहे हैं। ट्रेन के आगमन पर ही यात्रियों को अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है। द्वितीय प्रवेश द्वार पर भी रेलवे स्टाफ को तैनात किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को केवल ट्रेन प्लेटफॉर्म पर लगने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में कैंट स्टेशन पर दो से ढाई लाख यात्रियों की आवाजाही दर्ज की गई है।
ट्रेनों में सभी कोचों में भारी भीड़, एसी यात्रियों को भी परेशानी
महाकुंभ के कारण स्पेशल ट्रेनों के साथ-साथ नियमित ट्रेनों में भी भारी भीड़ बनी हुई है। जनरल से लेकर एसी कोच तक सभी डिब्बे यात्रियों से ठसाठस भरे हुए हैं। यहां तक कि एसी टिकट लेने वाले यात्री भी अपनी सीटों तक पहुंचने में असमर्थ हो रहे हैं। कई यात्रियों ने इस समस्या की शिकायत की, लेकिन भीड़ की अधिकता के कारण कोई समाधान नहीं मिल पाया।
बनारस स्टेशन पर भीड़
पूर्वोत्तर रेलवे के बनारस स्टेशन पर भी श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ देखी गई। प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालु सबसे अधिक यहीं से यात्रा कर रहे हैं। दोपहर से लेकर शाम तक बनारस स्टेशन का फर्स्ट एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) पूरी तरह चोक रहा, जिससे यात्रियों को प्लेटफॉर्म तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के जवान लगातार मशक्कत करते नजर आए। स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में बाहरी गाड़ियों की अधिकता के कारण जबरदस्त जाम लग गया। यात्री हॉल, सर्कुलेटिंग एरिया और प्लेटफॉर्म सभी श्रद्धालुओं से खचाखच भरे हुए नजर आए।
बनारस स्टेशन पर रस्सी से बैरिकेडिंग कर भीड़ नियंत्रण का प्रयास
बनारस स्टेशन पर यात्रियों की बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफॉर्मों पर रस्सी से बैरिकेडिंग की गई। प्लेटफॉर्म के बीच में रस्सी लगाकर एक ओर से यात्रियों को आने और दूसरी ओर से जाने की व्यवस्था की गई, जिससे भीड़ प्रबंधन में काफी राहत मिली। रात के समय शिवगंगा एक्सप्रेस और बनारस सुपरफास्ट एक्सप्रेस के आगमन पर सबसे अधिक भीड़ देखी गई। एफओबी पर यात्रियों को एक ही जगह इकट्ठा होने से रोका गया, ताकि भगदड़ जैसी कोई घटना न हो। रेलवे प्रशासन लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी यात्रा को सुगम बनाने के लिए सुरक्षा उपायों को लागू कर रहा है, लेकिन यात्रियों को भी संयम और धैर्य से यात्रा करने की अपील की गई है।