-भाजपा सांसद के सपा में जाने के संकेत, व्हाट्सएप पर लगाई साइकिल की डीपी
-भदोही से टिकट कटने से चल रहे थे भाजपा से नाराज, फिलहाल अभी सस्पेंस बरकरार
-मिर्जापुर से घोषित सपा प्रत्याशी को सताने लगा डर, भावुक हाल में जारी किया वीडियो
भदोही, 10 मई (प्रभुनाथ शुक्ला)। भदोही लोकसभा के भाजपा सांसद सांसद डॉ. रमेशचंद बिंद के समाजवादी पार्टी में जाने की चर्चाएं तेज हैं। कहा तो यहाँ तक जा रहा है की उन्होंने व्हाट्सएप प्रोफाइल पर सपा के साइकिल का झंडा लगा लिया है। मिर्जापुर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार राजेंद्र एस बिंद ने मीडिया में आरोपित भी किया है कि रमेश बिंद मिर्जापुर से उनका टिकट कटवाना चाहते हैं। क्योंकि शुक्रवार को उनका नामांकन होना था लेकिन उसे टाल दिया गया।
सियासी गलियारों में हलचल बढ़ गई है। उधर भदोही से सपा विधायक जाहिद जमाल बेग ने बदली हुई डीपी के आधार पर रमेशचंद बिन्द को बधाई दे दी है। उन्होंने कहा है कि साइकिल की डीपी लगाना समाजवादी पार्टी में भदोही के सांसद के शामिल होने का प्रमाण है। समाजवादी विचारधारा से जुड़ने पर उन्होंने डॉ. रमेश चन्द का स्वागत किया है। सपा विधायक ने बयान में कहा है कि रमेशचंद बिन्द की पिछड़े वर्ग खास तौर से बिन्द, केवट और मल्लाह जाति के लोगों पर अच्छी पकड़ है। उनके सपा में आने से भदोही, मिर्जापुर सहित पूर्वांचल की कई सीटों पर असर पड़ेगा।
भदोही से सांसद डॉ. रमेशचन्द बिन्द का भाजपा ने इस बार टिकट काटकर मझवां के निषाद पार्टी के विधायक डॉ. विनोद कुमार बिंद को प्रत्याशी बनाया है। सपा की साइकिल थामकर रमेश चंद बिन्द माना जा रहा है कि अनुप्रिया पटेल के सामने मिर्जापुर से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। वह सांसद रहने के पूर्व मिर्जापुर के मझवां सीट से विधायक रहे हैं। साल 2019 में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा, जिसके बाद बीजेपी ने भदोही के वर्तमान सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट काटकर रमेशचंद बिन्द को मौका दिया।
जबकि मिर्जापुर सीट के सपा से घोषित प्रत्याशी राजेंद्र एस. बिन्द के टिकट कटने की अटकलें तेज हो गईं हैं। मौजूदा सपा प्रत्याशी राजेन्द्र एस बिन्द ने एक वीडियो जारी कर हलचल मचा दिया है। उन्हें टिकट कटने का डर सताने लगा है, वह वीडियो में भावुक और नरवश दिख रहे हैं। वीडियो में वह बता रहे हैं कि उनके सामने ही भाजपा सांसद रमेश चन्द बिन्द लखनऊ में अखिलेश यादव से मिले हैं, और अपनी राजनैतिक प्रोफाइल बताते हुए मेरा टिकट कटवाना चाहते हैं। अब मिर्जापुर की जनता बताए हम चुनाव लड़े या नहीं।