वाराणसी, (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन में शामिल होने वाले प्रस्तावकों के नाम पर मंथन चल रहा है। स्थानीय संगठन ने 50 नामों की सूची शीर्ष नेतृत्व को भेज दी है। अब इसमें जातिगत, सामाजिक समीकरण का संतुलन बनाते हुए चार नामों पर अंतिम मुहर लगेगी। नरेंद्र मोदी के 2014 और 2019 के नामांकन के दौरान रहे प्रस्तावक कभी रिपीट नहीं हुए। हर बार अलग-अलग प्रस्तावकों का चयन किया गया था।
साल 2014 के प्रस्तावकों में महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र गिरिधर मालवीय, शास्त्रीय गायक छन्नू लाल मिश्र, नाविक भद्रा प्रसाद निषाद और बुनकर अशोक कुमार थे। वहीं 2019 के चुनाव में प्रस्तावकों में साइंटिस्ट रमाशंकर पटेल, मदन मोहन मालवीय की मानस पुत्री अन्नपूर्णा शुक्ला, जगदीश चौधरी (डोमराजा) और पार्टी के सबसे पुराने कार्यकर्ताओं में शुमार सुभाष गुप्ता शामिल रहे थे।
इस बार के चुनाव में इसी तरह का तानाबाना बुनने की कोशिश की जा रही है कि प्रस्तावकों में किसी महापुरुष की पीढ़ी से जुड़ा कोई व्यक्ति, साहित्य जगत से जुड़ा व अन्य विधाओं व समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी स्थान मिल सके ताकि प्रधानमंत्री के नामांकन से भी सबका साथ, सबका विकास का संदेश दिया जा सके। इससे पहले प्रधानमंत्री बाबा विश्वनाथ व काल भैरव के दर्शन और पूजन भी करेंगे।