कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के किसान इंटर कॉलेज, पिपरा बाजार में “हर घर तिरंगा महोत्सव” के द्वितीय चरण के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवक छात्र-छात्राओं द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन और अमर शहीद खुदीराम बोस के बलिदान दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. विष्णु प्रताप चौबे ने बताया कि 9 अगस्त 1925 को क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी शासन की नींव हिलाने वाली ऐतिहासिक “काकोरी ट्रेन एक्शन” घटना को अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में इस घटना के 100 वर्ष पूरे होंगे, जो देश के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में मील का पत्थर है।
डॉ. चौबे ने यह भी कहा कि आज 11 अगस्त को भारत के सबसे कम उम्र के फांसी पाए स्वतंत्रता सेनानी, खुदीराम बोस का बलिदान दिवस भी है। उन्होंने आह्वान किया कि हम सभी को इन महान बलिदानियों के त्याग को हमेशा याद रखना चाहिए और राष्ट्र के लिए समर्पित रहना चाहिए।
भूगोल प्रवक्ता सतीश कुशवाहा ने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन में अशफाक उल्लाह खान, राम प्रसाद बिस्मिल और ठाकुर रोशन सिंह को फांसी दी गई थी। अंग्रेजों को लगा कि इससे भारतीय डर जाएंगे, लेकिन इसके विपरीत भारतीय युवाओं में क्रांतिकारी गतिविधियां और तेज हो गईं। भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, दुर्गा भाभी जैसे महान क्रांतिकारियों ने इस आंदोलन को आगे बढ़ाया।
कार्यक्रम में छात्रों ने देशभक्ति गीतों के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर नितिन काम्बोज, शिवेंद्र चौबे, के.के. मिश्र, अरूंधत्ति दुबे, रानी मिश्र, संजय गौतम सहित एनएसएस के पूर्व छात्र सिकंदर, धीरज और प्रिंस उपस्थित रहे।