लखनऊ/नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान का माहौल सोमवार को कुछ अलग था। यूं तो प्रतिष्ठान में अक्सर प्रदर्शनियां लगती हैं, पर भूमि पूजन समारोह कुछ खास था। यहां हो रहे मंथन से सभी को यह उम्मीद जो लगी थी कि इससे प्रदेश के और बेहतर भविष्य का अमृत निकलेगा। जैसे ही दोपहर दो बजकर 28 मिनट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां के मुख्य हॉल में प्रवेश किया तो तालियों की गड़गड़ाहट ने बता दिया कि निवेशक विकास की राह पर कदम से कदम मिलाने को बेताब हैं। 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश से होने वाले विकास कार्यों के भूमिपूजन ने निवेशकों के आत्मविश्वास को और मजबूत कर दिया।
पिछले वर्ष इसी माह में राजधानी में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्रदेश के विकास को नए मुकाम पर ले जाने का खाका खींचा गया था। यह ऐसा मंथन था, जिसके परिणाम के लिए पूरे साल मशक्कत हुई। इसका क्या असर रहा कि अब रुझान आने शुरू हो गए हैं। सोमवार को हुए भूमि पूजन समारोह में योजनाएं मूर्त रूप लेती दिखीं। यही वजह रही कि माहौल कुछ अलग ही दिखा।
प्रतिष्ठान के मुख्य गेट पर एक तरफ जहां अयोध्या के फरुआही लोकनृत्य के कलाकार आयोजन को चार चांद लगा रहे थे, तो दूसरी ओर झांसी का राई नृत्य अपनी सांस्कृतिक विरासत का मजबूती से प्रतिनिधित्व कर रहा था। जैसे ही प्रधानमंत्री ने प्रतिष्ठान में प्रवेश किया, कलाकारों में नई ऊर्जा का संचार हो गया। न सिर्फ कलाकारों, बल्कि प्रतिष्ठान के मुख्य हॉल में पीएम का इंतजार कर रहे निवेशकों की आंखें भी चमक उठीं। कार्यक्रम में दूसरे देशों से आए नुमाइंदों ने भी शिरकत की। पीएम ने जैसे ही यूपी को देश का ग्रोथ इंजन बताया सभी उत्साह से लबरेज हो गए। वैसे ही दस लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के भूमि पूजन ने सही मायनों में प्रगति पथ पर मजबूती से कदम रखे।
प्रदर्शनियों में कार्यक्रम की भव्यता की झलक
कार्यक्रम की भव्यता को यहां लगी प्रदर्शनियां प्रतिबिंबित कर रही हैं। हर विषय या प्रोजेक्ट को दर्शाते पंडाल यहां लगाए गए हैं। एक ही पंडाल में लगे दस बड़े स्टॉल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, टेक्सटाइल, मेडिकल सेक्टर, रिन्युएबल एनर्जी आदि के विकास की कहानी कह रहे हैं। बगास से बने उत्पाद जहां एमएसएमई पर फोकस कर रहे हैं, तो चिकन और ब्राॅस कारीगरी भी प्रदेश की समृद्धि को बयां कर रही है। वहीं, हाई स्पीड बाइक मोटो जीपी प्रदेश की गति पर फोकस कर रही है।
निवेशक बोले – सरकार से है सहयोग की उम्मीद
दिल्ली से आए निवेशक विवेक कुमार कहते हैं, हमारी कंपनी यूपी में निवेश कर रही है। माहौल देखकर लग रहा है कि यूपी का भविष्य उज्ज्वल है। निवेश सार्थक होगा, यही सोचकर पैसा लगा रहा हूं। सरकार सहयोग करेगी, यह मुझे पूरी उम्मीद है। ऐसे ही मेरठ से आए राजीव गोयल कहते हैं, मैं होटल इंडस्ट्री में निवेश कर रहा हूं। अयोध्या, नोएडा में होटल शृंखला तैयार कर रहा हूं। माहौल देखकर लग रहा है कि मेरा निवेश रंग लाएगा। इस समय यूपी पर्यटन का हब बना है, इससे होटल इंडस्ट्री में निवेश बेहतर रहेगा। गोरखपुर से आई दीपा सिंह कहती हैं कि पीएम से लेकर सीएम तक सभी ने यहां माहौल बेहतर बनाया है। कार्यक्रम को देखकर निवेश करने का मेरा निश्चय और मजबूत हो गया है।
मुख्य पंडाल दे रहा बेहतर तकनीक की गवाही
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बनाया गया शानदार बड़ा पंडाल यूपी में विकसित हो रही तकनीक की गवाही दे रहा है। यह पंडाल शिप कंटेनर शीट से तैयार किया गया है। इसे कंटेनर का ही रूप दिया गया जिसमें यूपी के विकास की गाथा को भी बेहतर तरीके से उकेरा गया है। नए निवेशकों को नई चीजों के बारे में जानकारी मिली तो कई नई तकनीकों से भी रूबरू कराया गया।