एटा, सुनील यादव (वेब वार्ता)। संत सरकार में ही संतों के प्राचीन मंदिर की दुर्दशा की खबरें सामने आ रही हैं। जलेसर बाईपास रोड पर स्थित एक हजारों वर्ष पुराना मंदिर असामाजिक तत्वों के निशाने पर है। स्थानीय श्रद्धालुओं और समाजसेवियों का आरोप है कि इस ऐतिहासिक धरोहर को क्षतिग्रस्त करने की साजिश रची जा रही है, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
मंदिर की सुरक्षा और जीर्णोद्धार की मांग को लेकर जलेसर नगर के ही मूल निवासी प्रोफेसर आशीष यादव ने आगे बढ़कर पहल की है। उन्होंने इस गंभीर विषय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मंडलायुक्त अलीगढ़ को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
प्रो. यादव का कहना है कि यदि प्रशासन इस प्राचीन धार्मिक स्थल की रक्षा नहीं कर सकता, तो इसे भारत सरकार के पर्यटन विभाग को सौंप देना चाहिए, ताकि इसका उचित संरक्षण हो सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि ऐतिहासिक धरोहर भी है, जिसकी उपेक्षा प्रशासन को नहीं करनी चाहिए। क्षेत्रीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
“ हमें शिकायत प्राप्त हुई थी, मंदिर की जगह को सफाई कर्मचारियों के द्वारा जेसीबी से कूड़ा अलग कर साफ करा दिया गया है। यदि वहाँ कोई पुनःकूड़ा डालता है तो उसके खिलाफ एफआईआर कराएँगे।”
“ प्रदुम्न कुमार ईओ जलेसर न.पा.प.”