लखनऊ, (वेब वार्ता)। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि ‘भारत और भारतीयता से नफरत करने वालों’ और ‘देश के महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान न करने वालों’ के लिए कोई जगह नहीं हो सकती।’ मुख्यमंत्री की टिप्पणी उन लोगों पर लक्षित थी, जिन्होंने, उनके अनुसार, ऐतिहासिक रूप से भारत की आस्था, संस्कृति और सम्मान पर हमला किया है। आदित्यनाथ ने यहां बिठूर महोत्सव में बोलते हुए कहा, मैं फिर से कहता हूं कि जो देश के महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान नहीं कर सकता, उसके लिए कोई जगह नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा, जो आक्रमणकारी थे, जिन्होंने भारत की आस्था पर हमला किया, जो भारत और भारतीयता से नफरत करते थे, जिन्होंने भारत की बहनों और बेटियों के सम्मान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, जिन्होंने भारत की सनातन संस्कृति को रौंदा, जो भारत की आस्था को कुचल रहे थे, वे कभी भी भारत के लिए आदर्श नहीं हो सकते, वे कभी भी भारत के नागरिकों के लिए आदर्श नहीं हो सकते। आदित्यनाथ ने विदेशी आक्रमणकारियों को आदर्श मानने वाले व्यक्तियों की आलोचना करते हुए उनसे अपने रुख पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो द्वारा देश के गणतंत्र दिवस परेड के दौरान दिए गए एक बयान पर प्रकाश डाला, जिसे वे आंखें खोलने वाला मानते हैं।
उन्होंने कहा, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति कहते हैं कि अगर कभी हमारा डीएनए टेस्ट किया जाए तो वह भारतीय ही निकलेगा। इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम बहुल देश है और उनका यह बयान उन लोगों के लिए आंखें खोलने वाला है जो भारत में विदेशी आक्रमणकारियों को अपना आदर्श मानते हैं। आदित्यनाथ की टिप्पणी के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप और गुरु गोविंद सिंह जैसे प्रतिष्ठित भारतीय व्यक्तित्वों के प्रति सम्मान का आह्वान किया गया। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि इस बयान के बाद, उन लोगों में भी छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, गुरु गोविंद सिंह जी महाराज और भारत के इन महान योद्धाओं, महान भारत के महान क्रांतिकारियों के प्रति सम्मान की भावना पैदा होगी और वे भारत को महान बनाने में योगदान देंगे।