लखनऊ, (वेब वार्ता)। डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान को विश्व स्वास्थ्य संगठन सहयोग केंद्र द्वारा ” ऋण उपकरण प्रबंधन में गुणवत्ता और दक्षता बढ़ान” पर अपनी परियोजना के लिए प्रतिष्ठित एशिया सुरक्षित सर्जिकल इम्प्लांट कंसोर्टियम गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम (क्यू.आई.पी.) पुरस्कार 2024 सम्मानित किया गया है। ये जानकारी संस्थान के निदेशक प्रो0 डॉ0 सीएम सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि सोमवार को लोहिया संस्थान में एचआईसीसी समिति की बैठक हुई। जिसमें यह सम्मान शल्य चिकित्सा उपकरणों और प्रत्यारोपण के पुनर्संसाधन में लोहिया संस्थान के असाधारण मानकों को मान्यता देता हैं। इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए संस्थान को ”क्वालीफाइड” के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है। कार्यक्रम का उद्देश्य केंद्रीय स्टेराइल सेवा विभाग के भीतर विभिन्न प्रत्यारोपणों व उपकरणों के प्रसंस्करण के लिए उच्चतम गुणवत्ता मानकों को स्थापित करना और बनाए रखना है।
डॉ सीएम सिंह ने कहा कि एशिया के तीस प्रसिद्ध अस्पतालों में लोहिया संस्थान, भारत में ”क्वालीफाइड” के रूप में उभरा जो इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को प्राप्त करने में संस्थान टीम के समर्पित प्रयासों को दर्शाता है। भारत में कार्यक्रम के निष्पादन को थ्री एम इंडिया द्वारा काफी समर्थन दिया गया था, जिसने इस के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
लोहिया संस्थान द्वारा हर महीने लगभग 1,400 शल्य चिकित्सा करने के साथ प्रत्यारोपण प्रक्रियाओं में सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता शल्य चिकित्सा रोगी सुरक्षा में सुधार के लिए एक प्रमुख पहल थी। इस कार्यक्रम के पूरा होने के माध्यम से, संस्थान ने सीएसडी विभाग में ऋणदाता उपकरणों और प्रत्यारोपण के संचालन और ट्रैकिंग के लिए एक व्यापक और मानकीकृत प्रोटोकॉल विकसित किया है।