सोनीपत, रजनीकांत चौधरी (वेब वार्ता)। ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसाइटी के सेंकड़ों एजेंट्स ने सोनीपत उपायुक्त कार्यालय पर मजदूर संगठन सीटू के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया। एजेंट्स ने सरकार से मांग कि की सोसायटी के सीएमडी समीर अग्रवाल सहित पूरी टीम को पकड़ा जाए और जिन लोगों ने सोसायटी में पैसा जमा किया है, उसे दिलवाया जाए।
आज हुए प्रदर्शन को सीटू प्रदेश महासचिव जय भगवान, सचिव सुनीता, आनंद शर्मा, किसान सभा के नेता श्रद्धानंद सोलंकी, सोसायटी के एजेंट्स प्रतिनिधियों पवन, विपुल , संजीता , श्रीपाल, एडवोकेट कपिल आदि ने प्रमुख रूप से संबोधित किया। तमाम वक्ताओं ने कहा कि सोसायटी के सीएमडी ओर प्रबंधन टीम ने जनता को धोखे में रखकर उनकी मेहनत की कमाई हड़पने का एक सुनियोजित षड्यंत्र रचा है। यह संस्था हरियाणा में 2016 से कम कर रही है। देशभर में 45 लाख से अधिक निवेशकों ने इस सोसाइटी में अपनी जीवनभर की कमाई निवेश की थी। सोसाइटी ने अपनी शुरुआत फिक्स्ड डिपॉजिट और आवर्ती जमा योजनाओं के माध्यम से की और निवेशकों को यह विश्वास दिलाया कि उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए इसमें लाखों लोगों ने अपनी जमा-पूंजी इसमें लगा दी। इनमें किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं, जिन्होंने बच्चों की पढ़ाई, शादियों और बुढ़ापे के सहारे के लिए इसमें निवेश किया था। अब सोसाइटी के सभी प्रमुख अधिकारी फरार हो गए। यह स्पष्ट है कि सोसाइटी के मालिकों ने जनता को ठगने का एक पूर्व-नियोजित षड्यंत्र रचा था। इस मामले में शामिल प्रमुख व्यक्तियों में नरेंद्र नेगी, समीर अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, परिक्षित पारसे, आर. के. सेठी, राजेश टैगोर, और संजय मोंडगिल के नाम आते हैं। इन लोगों ने एक संगठित तरीके से निवेशकों को गुमराह किया।
उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी का दायरा बेहद व्यापक है। 45 लाख से अधिक निवेशकों की मेहनत की कमाई को इन चंद लोगों ने हड़प लिया। इन निवेशकों में से कई अब आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव झेल रहे हैं। उनके जीवन पर गहरा आघात हुआ है। यह केवल आर्थिक धोखाधड़ी नहीं है; यह जनता के विश्वास के साथ किया गया क्रूर मजाक है। इसीलिए इस मामले में सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएं और निवेशकों की राशि की वापसी सुनिश्चित की जाए।
प्रदर्शन के बाद प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त सोनीपत डॉ मनोज कुमार से मिला ओर उन्हें ज्ञापन दिया। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को मामला रेफर किया है। प्रदर्शन के बाद फैसला किया गया कि आगामी 17 फरवरी को रोहतक में राज्य स्तरीय एजेंट सम्मेलन होगा जिसमें सभी जिलों से एजेंट प्रतिनिधि आयेंगे। इसमें संगठन बनाने और सोसायटी से पैसा उगाहने के लिए आगामी आंदोलन की रणनीति बनेगी।