चंडीगढ़, (वेब वार्ता)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में राज्य विधानमंडल परिसर में हरियाणा की 15वीं विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए दो दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। विधायकों को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि हरियाणा ने देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कानून बनाते समय शोध और अध्ययन की आवश्यकता पर जोर दिया, विधायी प्रारूपण और प्रक्रियाओं की गहन समझ की आवश्यकता पर बल दिया।
बिरला ने कहा, “विधानसभा के सदस्यों को कानून बनाते समय व्यापक अध्ययन करना चाहिए।” उन्होंने कहा, “सदस्यों को विधायी प्रारूपण की गहन समझ होनी चाहिए। सर्वश्रेष्ठ विधायक वह है जो विधानसभा में सार्थक चर्चा में भाग लेता है, व्यापक अध्ययन के आधार पर मुद्दों पर चर्चा करता है और नवाचार के इस युग में प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है।”
उन्होंने आगे जोर दिया कि लोकतंत्र में अधिक से अधिक जन भागीदारी से शासन में पारदर्शिता बढ़ती है। उन्होंने कहा, “विधानसभा सदस्यों के लिए राज्य का नेता बनने का उपयुक्त मंच है।” लोकसभा अध्यक्ष ने नवनिर्वाचित विधायकों को सदन की प्रक्रियाओं का प्रभावी चर्चा एवं संवाद के माध्यम से पूर्ण उपयोग करके सर्वश्रेष्ठ विधायक बनने तथा लोगों की आकांक्षाओं को साकार करने के लिए प्रोत्साहित किया।
हरियाणा की 15वीं विधानसभा के सदस्यों के लिए अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन संसदीय लोकतंत्र अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड), लोकसभा सचिवालय द्वारा हरियाणा विधानसभा सचिवालय के सहयोग से किया जा रहा है।
विधायकों के अभिमुखीकरण कार्यक्रम के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “…मुझे उम्मीद है कि सभी विधायक उचित आचरण, सार्थक चर्चा सुनिश्चित करेंगे तथा सदन की गरिमा बनाए रखेंगे। लोकतंत्र में मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन बातचीत में शालीनता और सकारात्मक दृष्टिकोण होना चाहिए। जब हम ‘राष्ट्र प्रथम’ के दृष्टिकोण के साथ काम करेंगे, तो हर कार्य राष्ट्र के पक्ष में होगा…मैं ओम बिरला जी का आज यहां उपस्थित होने के लिए स्वागत करता हूं और धन्यवाद देता हूं।”