करूर, (वेब वार्ता)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुरुवार को द्रविड मुनेत्र कषगम(द्रमुक) के वरिष्ठ नेता एवं तमिलनाडु के बिजली, निषेध और उत्पाद शुल्क मंत्री वी. सेंथिलबालाजी के करीबी सहयोगियों के करूर और राज्य के कुछ अन्य ठिकानों पर छापेमारी की।
ईडी के सूत्रों के मुताबिक आज सुबह लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के सरकारी ठेकेदार एवं श्री सेंथिलबालाजी के करीबी सहयोगी एम.सी.शंकर आनंद के पलानीयाप्पा नगर स्थित कार्यालय में छापे मारे। इसके अलावा रायनूर में कोंगू मेस नामक रेस्तरां चलाने वाले एम. सुब्रमणि और कोठाई नगर में शक्ति रेस्तरां के मालिक शक्तिवेल के घर पर भी छापेमारी की गई। ये दोनों मंत्री के घनिष्ठ मित्र बताये जाते हैं।
उन्होंने बताया कि तमिलनाडु राज्य विपणन निगम में कथित अनियमितताओं को लेकर केरल और तमिलनाडु के लगभग 20 अधिकारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल कर्मियों की सुरक्षा घेरे में छापेमारी कर रहे थे।
ईडी ने इससे पहले 2023 और 2024 में धन शोधन मामले में श्री सेंथिलबालाजी के करीबी सहयोगियों के परिसरों में इसी तरह की तलाशी ली थी। ईडी अधिकारियों ने 14 जून-2023 को मंत्री को गिरफ्तार किया था। उच्चतम न्यायालय ने 26 सितंबर-2024 को उनकी जमानत मंजूर कर ली और बाद में उन्हें मई 2021 से जून 2023 तक बिजली, निषेध और उत्पाद शुल्क मंत्री के रूप में बहाल कर दिया गया। ईडी ने श्री सेंथिलबालाजी पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया था, जब वह तत्कालीन अन्नाद्रमुक सरकार में 2011 और 2015 के बीच परिवहन मंत्री थे।