नई दिल्ली, 07 जुलाई (वेब वार्ता)। इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर की दक्षता में सुधार लाया जाएगा, जिसकी बुनियादी जरूरत है। यह एक इस्लामी संस्कृति का मॉडल केंद्र बन सकता था। जिसे बनाने का काम किया जायेगा। इस केंद्र के माध्यम से प्रेरणा लेकर और केंद्र भी स्थापित हो सकें। उक्त वक्तव्य इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार एम आसिफ हबीब ने व्यक्त किए।
आसिफ हबीब अपने पैनल के साथ अपनी चुनावी एजेंडा को इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर के सदस्यों से बता रहे थे। इसी दौरान आसिफ हबीब ने प्रेस से भी वार्ता की। उन्होंने बताया कि सेंटर राष्ट्र सेवा का अहम केंद्र होगा। इसके सदस्यों की मदद से विभिन्न सरकारों और संस्थाओं से बातचीत करके समाधान निकाले जाएंगे। उन्होंने अपनी जीत के बाद प्राथमिकताओं को गिनाते हुए बताया कि इस्लामी संस्कृति उसके मूल्यों सभ्यता को अन्य धर्मों के अनुयायियों के साथ साझा करेंगे। सेंटर विभिन्न देशों के साथ इस्लामिक कल्चर के कार्यक्रम करेगा। ताकि इस्लामोफोबिया को जल्द से जल्द दूर किया जा सके। उससे आपसी प्रेम एवं सौहाद्र बढ़ेगा। जो वक्त की मांग भी है।
उन्होंने कहा कि इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर में प्रतिभावान, योग्य सदस्यों की कोई कमी नहीं है। उनको एकत्रित कर उनकी योग्यता और अनुभव का लाभ उठाते हुए बुनियादी तालीम से लेकर आला तालीम के लिए समिति का गठन किया जाएगा। साथ ही युवाओं के मार्गदर्शन के लिए सेमिनार, गोष्ठियां और सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। यह समिति नौनिहाल से लेकर युवा होनहार का मार्गदर्शन करेगी। मेधावी छात्रों की शिक्षा, खेल प्रतिस्पर्धा के लिए छात्रवृत्ति की व्यवस्था की जाएगी।
साथ ही मानवीय सरोकार के लिए, आपदा एवं दुर्घटना जैसे हालातों में राहत समिति बनाकर मदद करेंगे। बुजुर्गों एवं जरूरत मंद लोगों को स्वास्थ्य शिविर लगाकर चिकत्सीय लाभ दिलाएंगे। न्याय के लिए परेशान गरीब और जरूरतमंद लोगों की वकीलों की समिति बनाकर मदद करेंगे। इस्लामी मूल्यों, शिक्षाओं,संस्कृति आदि को सेंटर की लाइब्रेरी से भरपूर किया जाएगा। जिन सदस्यों के लिए सेंटर है उनके लिए सेंटर में बैठने का उचित प्रबंध किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि सभी सदस्य एक दूसरे से मेल मिलाप बढ़ा सकें।
गौरतलब है कि एम आसिफ हबीब के पैनल में उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार आसिफ कमाल और बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के लिए ख्वाजा शाहिद, शराफत उल्लाह, सैय्यद एजाज हैदर, प्रोफेसर एहसान अहमद, सिवेंद्र तोमर, एडवोकेट मोहम्मद नौशाद सिद्दीकी एवं मोहम्मद फैसल फरीदी शामिल है। जबकि एक्जीक्यूटिव मेंबर में प्रोफेसर शमामा अहमद, मोहम्मद तकी अमीन, अरमान अहमद और डॉक्टर सहर कुरेशी शामिल है।