शिमला/कुल्लू, (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने 1500 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उत्तर भारत में हाल की प्राकृतिक आपदा से हिमाचल प्रदेश और पंजाब को सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
हवाई सर्वेक्षण और पीएम का बयान
कुल्लू और मंडी सहित प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कांगड़ा में प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा:
“इस कठिन समय में हम हिमाचल प्रदेश के अपने भाई-बहनों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। प्रभावित लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी।”
हवाई सर्वेक्षण के जरिए हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और लैंडस्लाइड की स्थिति का जायजा लिया। इस कठिन समय में हम प्रदेश के अपने भाई-बहनों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। इसके साथ ही प्रभावित लोगों की मदद के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। pic.twitter.com/PS0klVwo5c
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2025
प्रधानमंत्री ने कांगड़ा हवाई अड्डे पर पहुंचकर स्थानीय प्रशासन और NDRF व SDRF के अधिकारियों के साथ राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने प्रभावित लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना और केंद्र सरकार की ओर से त्वरित सहायता का वादा किया।
आर्थिक सहायता और राहत उपाय
1500 करोड़ रुपये का राहत पैकेज: पीएम ने हिमाचल प्रदेश के लिए 1500 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की। इसमें राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) और पीएम-किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्त का अग्रिम भुगतान शामिल है।
अन्य उपाय:
पीएम आवास योजना के तहत क्षतिग्रस्त घरों का पुनर्निर्माण।
राष्ट्रीय राजमार्गों की बहाली और स्कूलों का पुनर्निर्माण।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) के तहत राहत और पशुधन के लिए मिनी किट वितरण।
मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि।
कृषि सहायता: बिजली कनेक्शन न होने वाले किसानों को विशेष सहायता।
उत्तर भारत में आपदा की स्थिति
उत्तर भारत, विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश और पंजाब, में इस मानसून सीजन में भारी बारिश, भूस्खलन, और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। हिमाचल प्रदेश में:
20 जून से 8 सितंबर तक 4122 करोड़ रुपये का नुकसान।
370 लोगों की मौत, जिसमें 205 मौतें बारिश से संबंधित घटनाओं (43 भूस्खलन, 17 बादल फटने, 9 फ्लैश फ्लड) और 165 सड़क दुर्घटनाओं से।
41 लोग लापता, 619 सड़कें बंद, और 1748 बिजली ट्रांसफार्मर व 461 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित।
पंजाब में भी बाढ़ ने व्यापक नुकसान पहुंचाया, जिसके लिए पीएम आज गुरदासपुर में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
पंजाब का दौरा
हिमाचल के बाद, प्रधानमंत्री पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और गुरदासपुर में प्रभावित लोगों से मिलेंगे। वहां वे राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे और स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल प्रदेश दौरा और 1500 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित लोगों के लिए एक बड़ा कदम है। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर राहत, बचाव, और पुनर्वास के लिए तेजी से काम कर रही हैं। पीएम का आश्वासन और सक्रिय कदम प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।