नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा पाकिस्तान से शांति की कोशिश की, लेकिन हर बार उसे धोखा और दुश्मनी का सामना करना पड़ा। उन्होंने यह उम्मीद जताई कि पाकिस्तान के नेता समझदारी दिखाएंगे और भारत के साथ अपने रिश्तों को सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे। पीएम मोदी ने यह बातें अमेरिकी पॉडकास्ट होस्ट लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक इंटरव्यू में कहीं।
2014 में नवाज शरीफ को मोदी ने किया था आमंत्रित
2014 में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करने का उदाहरण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह कदम दोनों देशों के रिश्तों में एक नई शुरुआत करने का उद्देश्य था। हालांकि, इसके बाद भारत को हर बार पाकिस्तान से विश्वासघात ही मिला।
पाकिस्तान के आम लोग भी शांति चाहते हैं : मोदी
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के आम लोग भी शांति चाहते हैं, क्योंकि वे भी आतंकवाद, हिंसा और अस्थिरता से त्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि निर्दोष बच्चों की हत्या और अनगिनत जिंदगियों का नुकसान हो रहा है, और कोई भी सामान्य नागरिक ऐसी स्थिति नहीं चाहता।
भारत की कूटनीति के तहत 2014 में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के सभी नेताओं को बुलाने का निर्णय लिया गया था, जिसे पीएम मोदी ने भारत की शांति और सौहार्द के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। हालांकि, पाकिस्तान से सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली।
भारत हमेशा शांति का रहेगा पक्षधर
पीएम मोदी ने अंत में कहा कि भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहेगा, लेकिन अपनी सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान जल्द यह समझेगा कि शांति ही सही रास्ता है।