Tuesday, December 23, 2025
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़ें

कैच द रेन 2025 : हरियाणा में जल संकट से निपटने का संकल्प, तालाबों को किया जाएगा पुनर्जीवित

पंचकुला, (वेब वार्ता)। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकुला में संयुक्त रूप से ‘जल शक्ति अभियान : कैच द रेन 2025’ की शुरुआत की। इस अभियान की थीम “जल संचय जन भागीदारी – जन जागृति की ओर” है, जो जल संरक्षण और जागरूकता के प्रति लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।

कार्यक्रम के बाद सी.आर. पाटिल ने मीडिया से बात की और जल संचय के महत्व, जल संकट की समस्या से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों को साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संचय और जन भागीदारी पर जोर दिया है। इस अभियान ने देश के विभिन्न हिस्सों में जन जागृति को बल दिया है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा के कई जिले डार्क जोन में शामिल हैं, जहां जल स्तर लगातार घट रहा है। अटल भूजल योजना के तहत हरियाणा सरकार के साथ मिलकर डार्क जोन क्षेत्रों को समाप्त करने और जल पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। हमारी योजना है कि हरियाणा के तालाबों को पुनर्जीवित किया जाए और यहां जल संग्रहण के लिए कई नई योजनाओं की शुरुआत की जाएगी। सरकार किसानों से अपील करती है कि वे अपने खेतों में ऐसी संरचनाएं बनाएं, जिनसे बरसात का पानी संचित किया जा सके।

केंद्रीय मंत्री ने सभी सांसदों और विधायकों से अपील की कि वे अपने व्यक्तिगत फंड से इस दिशा में योगदान दें। हरियाणा एक प्रगतिशील राज्य है, लेकिन जल संकट एक गंभीर समस्या बन चुका है। हमने यह तय किया है कि आने वाले एक-दो वर्षों में अटल भूजल योजना के तहत डार्क जोन को खत्म करने के लिए हरियाणा सरकार के साथ मिलकर काम किया जाएगा। हम भू-जल स्तर बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। हम जल्द ही तालाबों की सफाई और जल संचयन के लिए योजनाओं पर काम करेंगे।

जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जल संकट को हल करने के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं बनाई जा रही हैं और हरियाणा में जल समस्या को समाप्त करने का संकल्प लिया गया है। इस दिशा में जल्दी ही बैठकें आयोजित की जाएंगी, और जल संचय की योजनाओं पर तेजी से काम किया जाएगा।

इससे पहले, विश्व जल दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। मानव सभ्यता में जल की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए उन्होंने भावी पीढ़ियों के लिए इस अमूल्य संसाधन की सुरक्षा के लिए सामूहिक कार्रवाई का आग्रह किया।

पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “विश्व जल दिवस पर, हम जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता दोहराते हैं। जल सभ्यताओं की जीवन रेखा रहा है और इसलिए भावी पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित करना अधिक महत्वपूर्ण है!”

Author

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

Latest

More articles