देवरिया, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर और देवरिया जिलों में पशु तस्करी का जाल बिहार सीमा तक फैला हुआ है, और हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि तस्करों ने गोरखपुर के पिपराइच में एक छात्र की हत्या तक कर दी। DIG एस चन्नपा ने समीक्षा बैठकों में दोनों जिलों की पुलिस को तालमेल बिठाकर तस्करों पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए थे, लेकिन सक्रियता में कमी से अब हाईवे और बॉर्डर थानों के पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच होगी। देवरिया के ASP सुनील कुमार ने रात में अभियान तेज करने के आदेश दिए हैं। तस्करों ने तुर्कपट्टी थाने की पुलिस को कुचलने की भी कोशिश की।
यह नेटवर्क बिहार के गोपालगंज के मन्नू सेठ और शब्बीर के नेतृत्व में चल रहा है, जिसमें 100 से अधिक सदस्य हैं। पिछले 6 महीनों में कई मुठभेड़ें हुईं, लेकिन तस्करी रुकी नहीं। ग्रामीण इलाकों में रामजानकी मार्ग, लार, मेहरौना, चनुकी, बरियारपुर, बनकटा रामपुर, सलेमपुर मझौलीराज, भाटपारानी जैसे रूट्स पर तस्करी धड़ल्ले से हो रही है।
तस्करी नेटवर्क का खुलासा: मन्नू सेठ-शब्बीर का साम्राज्य
सूत्रों के अनुसार, बिहार के गोपालगंज जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र के अहिरौली दुबोैली तकिया गांव के मन्नू सेठ और शब्बीर का नेटवर्क पूर्व से पश्चिम तक फैला है। इनके गिरोह में 100 से अधिक युवा सक्रिय हैं। कुशीनगर के रामकोला में 18 सितंबर को मुठभेड़ में 1 लाख के इनामी अब्दुल रहीम गिरफ्तार हुआ, जो पिपराइच हत्या में शामिल था। मन्नू भाग निकला।
पिछले मामलों में:
- 2022: बघौचघाट पुलिस ने 9 गोवंश के साथ भुट्टू अली, पप्पू शाह (मन्नू का बेटा), सोनू अली, दिल मोहम्मद को गिरफ्तार किया। गैंगस्टर एक्ट लगाया।
- 31 जुलाई 2025: बरियापुर थाने के बरुआडीह में मुठभेड़; खुर्शीद शाह (शेखवनिया), मुनाब अली (गोपालगंज) गिरफ्तार।
DIG चन्नपा ने हाईवे (NH-28) और बॉर्डर थानों (बनकटा रामपुर चेकपोस्ट, मेहरौना चौकी) पर पुलिस भूमिका की जांच के आदेश दिए। बनकटा और लार थानों पर पहले भी कार्रवाई हुई।
हालिया घटनाएं: पुलिस को कुचलने की कोशिश
पिपराइच हत्या (NEET छात्र दीपक गुप्ता की) के बाद बॉर्डर चेकिंग तेज हुई। कुशीनगर के तुर्कपट्टी थाने और मधुरिया चौकी ने चौहान पट्टी पर घेराबंदी की। देवरिया से जौरा बाजार होते पिकअप (पशुओं से लदी) को रोकने की कोशिश की, तो तस्करों ने पुलिस को कुचलने की कोशिश की और भाग गए। ASP सुनील कुमार ने कहा, “सीमावर्ती थानों को सतर्क किया गया। CO के नेतृत्व में रात अभियान चल रहे। तस्करों को चिह्नित कर कार्रवाई होगी।”
प्रमुख तस्करी रूट्स: देवरिया-कुशीनगर
| थाना क्षेत्र | रूट/गांव | विशेष टिप्पणी |
|---|---|---|
| लार | मेहरौना, चनुकी, बरियारपुर | चेकपोस्ट पर लापरवाही के आरोप |
| बनकटा रामपुर | रामपुर, सलेमपुर मझौलीराज | गैंगस्टर एक्ट केस पहले दर्ज |
| भाटपारानी | भाटपारानी रोड | बॉर्डर से जुड़ा हाईवे रूट |
| रामजानकी मार्ग | रामजानकी-बिहार बॉर्डर | दैनिक तस्करी की रिपोर्टें |
पुलिस की चुनौतियां: तालमेल की कमी, बॉर्डर पर लापरवाही
DIG चन्नपा ने कई बैठकें कीं, लेकिन तस्करी रुकी नहीं। पिपराइच हत्या के बाद दागी पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई। सूत्र बताते हैं कि कुछ थानों पर मिलीभगत के आरोप हैं। ASP कुमार ने कहा, “किसी भी कीमत पर तस्करी नहीं चलेगी। चिह्नित तस्करों पर नजर।”
यह नेटवर्क बिहार के गोपालगंज से जुड़ा है, जहां मन्नू-शब्बीर जैसे सरगना सक्रिय हैं। UP सरकार का ‘ऑपरेशन क्लीन’ अब बॉर्डर पर फोकस कर रहा है।




