गाजीपुर, (वेब वार्ता)। गैंगस्टर से राजनेता बने दिवंगत मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी को गाजीपुर पुलिस ने शनिवार को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी का कारण संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों में जालसाजी और फर्जी हस्ताक्षर करना बताया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक (SP) गाजीपुर के अनुसार, उमर ने अपनी मां अफसा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर कर जब्त की गई संपत्ति के फर्जी दस्तावेज तैयार किए।
अधिकारियों के मुताबिक, अफसा अंसारी पर पहले से ही ₹50,000 का इनाम घोषित है और उनके खिलाफ मोहम्मदाबाद पुलिस थाने में मामला दर्ज है। उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एक्ट के तहत परिवार की कई संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं।
फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप
गाजीपुर पुलिस ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि उमर अंसारी ने दस्तावेजों के साथ धोखाधड़ी करते हुए सरकारी कार्य में बाधा डालने और संपत्ति कब्जे को लेकर गंभीर कानूनी उल्लंघन किया है। पुलिस का कहना है कि आगे की कानूनी कार्यवाही और पूछताछ जारी है।
मुख्तार अंसारी की पृष्ठभूमि और मृत्यु
गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी का निधन 28 मार्च, 2024 को बांदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुआ था। वह उस समय उम्रकैद की सजा काट रहे थे। मार्च 2024 में ही उन्हें जाली दस्तावेजों से शस्त्र लाइसेंस लेने के मामले में दोषी ठहराया गया था। इससे पहले अप्रैल 2023 में उन्हें भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में दोषी पाते हुए 10 साल की सजा सुनाई गई थी।
मुख्तार अंसारी पूर्व विधायक थे और पूर्वांचल में उनका लंबा आपराधिक व राजनीतिक इतिहास रहा है।
परिवार पर बढ़ता कानूनी शिकंजा
मुख्तार की मौत के बाद भी उनका परिवार पुलिस और कानून की निगाहों में है। अफसा अंसारी पहले ही फरार हैं और अब उमर की गिरफ्तारी से मामला और गंभीर हो गया है। प्रशासन ने पहले ही अंसारी परिवार की कई संपत्तियों को कुर्क कर लिया है।