स्योहारा (बिजनौर), (वेब वार्ता)। जब देशभर में चिकित्सा सेवाएं आम जनता की पहुंच से दूर होती जा रही हैं, ऐसे में उत्तर प्रदेश के छोटे से कस्बे स्योहारा से एक प्रेरणादायक और मानवीय पहल सामने आई है। फव्वारा चौक स्थित नेशनल क्लीनिक क्योर सेंटर के डायरेक्टर डॉ. फाहद अरशद मरीजों के लिए एक मसीहा बनकर उभरे हैं। डॉ. फाहद न केवल बेहद सस्ती दरों पर इलाज उपलब्ध करा रहे हैं, बल्कि हर शुक्रवार को गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज कर रहे हैं।
गरीबों की उम्मीद: मुफ्त इलाज और सस्ती दवाइयां
स्थानीय पत्रकारों और समाजसेवियों ने जब क्लीनिक पर पहुंचकर मरीजों से बातचीत की, तो पाया कि डॉ. फाहद और उनकी टीम मरीजों की सेवा को सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी और मानवता समझती है। मरीजों ने बताया कि यहां उन्हें कम लागत पर गुणवत्तापूर्ण इलाज और सस्ती दवाइयां मिलती हैं।
क्लीनिक में कार्यरत डॉ. मेहविश शमीम, विशेष रूप से महिलाओं के इलाज के लिए जानी जाती हैं और नॉर्मल डिलीवरी में उनकी विशेषज्ञता की काफी सराहना की जाती है।
डॉक्टर फाहद की सोच: इंसानियत सबसे ऊपर
डॉ. फाहद अरशद का कहना है,
“हम चाहते हैं कि कोई भी मरीज सिर्फ पैसों की कमी के कारण इलाज से वंचित न रह जाए। हमारा लक्ष्य है कि जरूरतमंदों को सम्मान और सहानुभूति के साथ इलाज मिले। हर शुक्रवार को हम ऐसे मरीजों को निशुल्क परामर्श और आवश्यक उपचार प्रदान करते हैं।”
छोटे कस्बे में बड़ी पहल
चिकित्सा जगत में जब मुनाफाखोरी और अनैतिकता की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, ऐसे में स्योहारा के नेशनल क्लीनिक क्योर सेंटर का यह मॉडल पूरे देश के लिए उदाहरण बन सकता है। यह पहल यह साबित करती है कि यदि इच्छाशक्ति हो तो सेवा और संवेदनशीलता को प्राथमिकता देना आज भी संभव है।
समाज में सकारात्मक संदेश
डॉ. फाहद अरशद की यह सेवा उन लाखों लोगों के लिए आशा की किरण है जो महंगे इलाज के कारण समय पर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं ले पाते। यह पहल न केवल चिकित्सा पेशे की गरिमा को बढ़ाती है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि इंसानियत अभी जिंदा है।