लखनऊ, अजय कुमार (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने 10 सितंबर 2025 को लखनऊ में किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, और उर्वरक उपलब्धता की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बैंकों और बीमा कंपनियों की लापरवाही पर सख्त नाराजगी जताई और किसानों को सुगम सुविधाएँ सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। यह बैठक योगी सरकार की किसान हित को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
केसीसी और फसल बीमा योजना की समीक्षा
कृषि मंत्री ने विधानभवन के सभाकक्ष संख्या-8 में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, बैंकों, और कृषि बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने केसीसी ऋण और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के कार्यान्वयन में बरती जा रही लापरवाही पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि 14 सितंबर 2025 तक सभी आँकड़ों को पोर्टल पर अद्यतन किया जाए और लंबित प्रकरणों का त्वरित गति से समाधान किया जाए।
श्री शाही ने कहा, “किसानों को केसीसी और फसल बीमा की सुविधाएँ समय पर मिलनी चाहिए। योगी सरकार किसानों की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है, और इस दिशा में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” बैठक में प्रमुख सचिव कृषि श्री रवीन्द्र, सचिव कृषि श्री इन्द्र विक्रम सिंह, विशेष सचिव श्री ओ.पी. वर्मा, निदेशक कृषि श्री पंकज कुमार त्रिपाठी, निदेशक उद्यान श्री भानु प्रकाश राम, निदेशक सांख्यिकी श्रीमती सुमिता सिंह, और बैंकों व बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
उर्वरक उपलब्धता पर विशेष ध्यान
इसके बाद, कृषि मंत्री ने राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान में खाद निर्माता कंपनियों, उर्वरक प्रदायकर्ता कंपनियों, और होलसेल व रिटेलर प्रतिनिधियों के साथ उर्वरकों की उपलब्धता और वितरण की समीक्षा की। उन्होंने सभी हितधारकों को निर्देश दिए कि किसानों को उर्वरक प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो।
श्री शाही ने जोर देकर कहा, “योगी सरकार किसानों के हित में कोई समझौता नहीं करेगी। उर्वरकों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है।” इस बैठक में भी प्रमुख सचिव कृषि श्री रवीन्द्र, सचिव कृषि श्री इन्द्र विक्रम सिंह, निदेशक कृषि श्री पंकज कुमार त्रिपाठी, और उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधि, होलसेलर, और रिटेलर उपस्थित रहे।
किसान हित में योगी सरकार की प्रतिबद्धता
कृषि मंत्री ने स्पष्ट किया कि योगी सरकार का लक्ष्य किसानों की आय बढ़ाने और उनकी समृद्धि सुनिश्चित करने का है। केसीसी और फसल बीमा योजना के माध्यम से किसानों को वित्तीय सहायता और जोखिम सुरक्षा प्रदान की जा रही है, जबकि उर्वरकों की निर्बाध आपूर्ति से उनकी खेती की उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने बैंकों और बीमा कंपनियों से अपील की कि वे किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से लें और योजनाओं का लाभ अंतिम किसान तक पहुँचाएँ। साथ ही, उन्होंने उर्वरक वितरण प्रणाली को और पारदर्शी व प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी उपयोग पर बल दिया।
भविष्य की दिशा
यह समीक्षा बैठक उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र को मजबूत करने और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। योगी सरकार की नीतियाँ और सक्रिय प्रयास किसानों को सशक्त बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की दिशा में सकारात्मक परिणाम दे रहे हैं।