अयोध्या, अजय कुमार (वेब वार्ता)। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की सोमवार को संपन्न हुई बैठक में हरदोई निवासी पूर्व प्रशासनिक अधिकारी कृष्णमोहन को नए न्यासी के रूप में नियुक्त किया गया। उनकी नियुक्ति को अयोध्या में श्रीराममंदिर के निर्माण और प्रबंधन से जुड़े धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कृष्णमोहन का परिचय
कृष्णमोहन का मूल निवास उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद की शाहाबाद तहसील के सिकन्दरपुर बाजार, मजरा चन्द्रपुर में है। वर्तमान में वे हरदोई शहर में निवास करते हैं। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से भूविज्ञान (Geology) में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ वर्षों तक परमाणु ऊर्जा विभाग में वैज्ञानिक के रूप में कार्य किया। इसके बाद वर्ष 1978 में भारतीय वन सेवा (IFS) में चयनित हुए और महाराष्ट्र में वन विभाग के विभिन्न पदों पर सेवाएँ दीं। वे 2012 में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (A.P.C.C.F.) के पद से सेवानिवृत्त हुए।
सामाजिक और संगठनात्मक योगदान
सेवानिवृत्ति के बाद कृष्णमोहन ने सामाजिक और राष्ट्र निर्माण कार्यों को प्राथमिकता दी। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े और कई महत्वपूर्ण दायित्व निभाए:
नगर संघचालक
जिला संघचालक
अवध प्रांत के प्रांत संघचालक
वर्तमान में 2024 से वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक के रूप में सक्रिय हैं। उनके संगठनात्मक कौशल और सामाजिक कार्यों में समर्पण ने उन्हें इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए उपयुक्त बनाया।
श्रीराममंदिर ट्रस्ट में नियुक्ति
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में कृष्णमोहन को न्यासी नियुक्त करने का निर्णय लिया गया। यह नियुक्ति बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र के निधन के बाद रिक्त हुए पद को भरने के लिए की गई, जो ट्रस्ट के एक प्रमुख सदस्य और अयोध्या के राजसदन के प्रमुख थे।
कृष्णमोहन की नियुक्ति को लेकर ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने कहा:
“कृष्णमोहन जी का प्रशासनिक अनुभव और संगठनात्मक कौशल श्रीराममंदिर के कार्यों को और गति प्रदान करेगा। उनकी नियुक्ति से ट्रस्ट के धार्मिक और सामाजिक उद्देश्यों को नई दिशा मिलेगी।”
स्थानीय और क्षेत्रीय प्रतिक्रिया
कृष्णमोहन की नियुक्ति पर हरदोई और अवध क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। स्थानीय लोगों का मानना है कि उनके प्रशासनिक अनुभव, संगठनात्मक दक्षता, और राम भक्ति से श्रीराममंदिर ट्रस्ट के कार्यों को नई ऊँचाइयाँ प्राप्त होंगी। अयोध्या के निवासियों और रामभक्तों ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है।
हरदोई के निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता रमेश चंद्र ने कहा:
“कृष्णमोहन जी का चयन न केवल हरदोई के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह श्रीराममंदिर के प्रबंधन और विकास के लिए एक सकारात्मक कदम है।”
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन भारत सरकार द्वारा फरवरी 2020 में किया गया था, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट के 9 नवंबर 2019 के फैसले में निर्देशित था। इस ट्रस्ट में 15 न्यासी हैं, जिनमें 9 स्थायी और 6 नामित सदस्य हैं। ट्रस्ट ने 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया था, जिसके बाद मंदिर में दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु पहुँच रहे हैं।
वर्तमान में ट्रस्ट के प्रमुख पदाधिकारी निम्नलिखित हैं:
अध्यक्ष: महंत नृत्यगोपाल दास जी महाराज
महासचिव: चम्पत राय
कोषाध्यक्ष: स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज
निर्माण समिति अध्यक्ष: नृपेंद्र मिश्र
निष्कर्ष
कृष्णमोहन की नियुक्ति श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके प्रशासनिक अनुभव, सामाजिक कार्यों में योगदान, और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ लंबे समय तक जुड़ाव से मंदिर के प्रबंधन और विकास कार्यों को नई गति मिलने की उम्मीद है। यह नियुक्ति न केवल अयोध्या, बल्कि पूरे देश के रामभक्तों के लिए एक सकारात्मक संदेश है।