शाहजहांपुर, राम निवास शर्मा (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। रोजा थाना क्षेत्र के दुर्गा एनक्लेव कॉलोनी में रहने वाले व्यापारी ने कथित तौर पर कर्ज के बोझ और अधिकारियों द्वारा रिश्वत मांगने से परेशान होकर पहले अपने तीन साल के मासूम बेटे को जहर देकर मौत के घाट उतारा और फिर पत्नी संग फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस को मौके से 33 पन्नों का सुसाइड नोट मिला है, जिससे इस भयावह कदम के पीछे की कहानी सामने आई है।
क्या है पूरा मामला?
घटना की जानकारी के अनुसार, मृतक व्यापारी की पहचान सचिन ग्रोवर (Sachin Grover) के रूप में हुई है, जो अपनी पत्नी शिवांगी और बेटे फतेह के साथ दुर्गा एनक्लेव कॉलोनी में रहते थे।
परिवार के अनुसार, सचिन ने जिला उद्योग केंद्र से ₹50 लाख का लोन लिया था। इस लोन पर भारी सब्सिडी मिलने की उम्मीद थी, लेकिन आरोप है कि जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों ने सब्सिडी दिलाने के नाम पर 50% यानी ₹25 लाख रिश्वत की मांग की।
कर्ज और रिश्वतखोरी बनी मौत की वजह
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि सचिन आर्थिक तंगी और रिश्वतखोरी से बेहद परेशान थे। सब्सिडी के पैसे न मिलने और रिश्वत की मांग ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया।
परिजनों के मुताबिक, इस तनाव के चलते सचिन और उनकी पत्नी ने सबसे पहले अपने मासूम बेटे को जहर देकर मौत के घाट उतार दिया और फिर दोनों ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
सुबह खुला हादसे का राज
मंगलवार सुबह जब परिजनों ने घर का दरवाजा तोड़ा, तो अंदर का नजारा देखकर सबके होश उड़ गए।
सचिन और उनकी पत्नी शिवांगी फांसी पर लटके थे।
बेटा फतेह बेड पर मृत अवस्था में पड़ा था।
तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस जांच और सुसाइड नोट
पुलिस ने बताया कि घर से मिला 33 पन्नों का सुसाइड नोट बेहद महत्वपूर्ण है, जिसमें सचिन ने अपने कर्ज, आर्थिक तंगी और रिश्वतखोरी के पूरे मामले का ब्योरा दिया है। फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और जिला उद्योग केंद्र से जुड़े अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
इलाके में मातम का माहौल
इस दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। स्थानीय लोग और पड़ोसी इस हादसे को लेकर बेहद दुखी हैं और सरकार से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।