कानपुर, (वेब वार्ता)। “हथकरघा सिर्फ एक उद्योग नहीं, यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, और लाखों परिवारों की आजीविका का आधार भी।” यह विचार उत्तर प्रदेश के खादी, ग्रामोद्योग एवं MSME मंत्री राकेश सचान ने 11वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर आयोजित बुनकर सम्मान समारोह में व्यक्त किए।
🧶 राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर भव्य आयोजन
यह भव्य आयोजन कानपुर के सिविल लाइंस स्थित मर्चेंट चेंबर हॉल में सम्पन्न हुआ। इसमें न केवल प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से आए उत्कृष्ट बुनकरों को सम्मानित किया गया, बल्कि हथकरघा उत्पादों की प्रदर्शनी और फैशन शो का आयोजन भी हुआ।
🧥 हथकरघा प्रदर्शनी और फैशन शो
कार्यक्रम की शुरुआत रंग-बिरंगी हथकरघा प्रदर्शनी से हुई, जिसमें साड़ियों, दरी, बेडशीट, टेबल कवर, ड्रेस मटेरियल आदि के उत्कृष्ट नमूनों ने लोगों को आकर्षित किया। इसके बाद हुए फैशन शो में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की मॉडल्स ने रैम्प पर कैटवॉक कर इन उत्पादों को जीवंत रूप दिया।
फैशन शो का निर्देशन आईएफएफटीसी, सिलिगुड़ी के निदेशक कुतलिन दास ने किया। परंपरा और आधुनिकता का मेल इन प्रस्तुतियों में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।
🎖️ बुनकरों को मिला राज्य स्तरीय सम्मान
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के 13 जनपदों — जैसे अयोध्या, अलीगढ़, इटावा, कानपुर, झांसी, मऊ, वाराणसी, मेरठ आदि से चयनित 39 उत्कृष्ट बुनकरों को ‘संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
इन पुरस्कारों में तीन श्रेणियाँ शामिल थीं:
🥇 प्रथम पुरस्कार — ₹20,000 + अंगवस्त्र + शील्ड + प्रमाणपत्र
🥈 द्वितीय पुरस्कार — ₹15,000 + अंगवस्त्र + शील्ड + प्रमाणपत्र
🥉 तृतीय पुरस्कार — ₹10,000 + अंगवस्त्र + शील्ड + प्रमाणपत्र
🧑🎨 कला की पहचान और बुनकरों की मेहनत को सलाम
अयोध्या के कल्लू हसन, केशरा, शाहरसाह हुसैन, अलीगढ़ के विकास सिंह, वीरेंद्र कुमार, राहुल महौर, इटावा के मो. असलम, सचिन कुमार और मुन्ना लाल जैसे बुनकरों को उनकी उत्कृष्ट शिल्पकला के लिए सम्मानित किया गया।
📣 राज्य सरकार की प्रतिबद्धता
मंत्री राकेश सचान ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार बुनकरों की समृद्धि, सुरक्षा और बाजार पहुँच के लिए सतत प्रयासरत है। उन्होंने कहा:
“हथकरघा केवल वस्त्र नहीं बुनता, यह संस्कृति, आत्मनिर्भरता और मेहनत का प्रतीक है। हमारी सरकार इस पारंपरिक उद्योग को ग्लोबल ब्रांड बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।”
🏛️ उपस्थित विशिष्ट अतिथि
इस कार्यक्रम में हथकरघा निदेशक विजयेंद्र पांडियन, संयुक्त आयुक्त सीसी ठाकुर, उपनिबंधक उत्तीर्ण वीर सिंह, सहायक निबंधक कुसुम, फैशन डिज़ाइनर सुधीर सानिया कुमार, और डिज़ाइनर दीपांकर कश्यप (असम) की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।