लखनऊ, अजय कुमार (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ मंत्र को साकार करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली पर्व पर गरीब परिवारों को विशेष उपहार दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 1.86 करोड़ पात्र परिवारों को 1,500 करोड़ रुपये की धनराशि से निःशुल्क रसोई गैस सिलेंडर रिफिल सब्सिडी हस्तांतरित की। यह वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने स्वयं किया, जो त्योहारी मौसम में महिलाओं के सशक्तिकरण का प्रतीक बन गया।
मुख्यमंत्री का संदेश: नारी गरिमा और स्वच्छ पर्यावरण
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 10 लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चेक प्रदान करते हुए कहा, “रसोई गैस अब नारी गरिमा और स्वच्छ पर्यावरण का प्रतीक बन चुकी है। इससे महिलाओं के जीवन में सुविधा आई है, और परिवार आर्थिक रूप से सशक्त हुए हैं।” उन्होंने जोर दिया कि बिना भेदभाव के सभी जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है। देशभर में 11 करोड़ गरीब परिवारों को निःशुल्क गैस सिलेंडर मिले हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में 1.86 करोड़ परिवार लाभान्वित हैं।
मुख्यमंत्री ने जीरो टॉलरेंस नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था मजबूत हुई है, जिससे बेटियां और व्यापारी सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पिछले साढ़े आठ वर्षों में सभी समुदायों के पर्व शांति और सौहार्द से मनाए गए हैं।
दीपावली पर स्थानीय उत्पादों का प्रचार
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि दीपावली पर स्थानीय हस्तशिल्पियों और कारीगरों द्वारा बनाए गए दीप, मूर्तियां, और स्वदेशी सामग्री खरीदें। उन्होंने कहा, “इससे कारीगरों की आय बढ़ेगी और विकसित भारत की परिकल्पना साकार होगी।” उन्होंने गरीबों के प्रति संवेदना रखने और अतिरिक्त संसाधनों का परमार्थ में उपयोग करने की सलाह दी।
कार्यक्रम के अंत में निःशुल्क राशन और रसोई गैस सिलेंडर वितरण पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई, जो योजना के प्रभाव को दर्शाती है।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
यह सब्सिडी महिलाओं को धूम्रपान से मुक्ति और स्वच्छ रसोई की सुविधा प्रदान करेगी। योजना ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दीपावली पर गरीबों को सौगात है, जो त्योहारों का आनंद दोगुना करेगी।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम दीपावली को गरीबों के लिए सच्ची खुशियों का पर्व बना देगा। 1.86 करोड़ परिवारों को 1,500 करोड़ की सब्सिडी से नारी सशक्तिकरण को बल मिलेगा। यह योजना प्रधानमंत्री मोदी के विजन का हिस्सा है।