कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) से जुड़े शिक्षकों ने बुधवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। इस धरने का नेतृत्व जिलाध्यक्ष अनिल कुमार दूबे ने किया और संचालन जिलामंत्री गोविंद प्रसाद वर्मा ने किया।
धरना समाप्त होने के बाद शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित 31 सूत्रीय मांगपत्र जिला विद्यालय निरीक्षक के प्रतिनिधि प्रधानाचार्य विजय राय को सौंपा।
धरने में उठी मुख्य मांगें
पुरानी पेंशन योजना (OPS) बहाल की जाए – जिलाध्यक्ष दूबे ने कहा कि यह कोई भीख नहीं बल्कि शिक्षकों और कर्मचारियों का अधिकार है।
सेवा सुरक्षा की बहाली – लंबे संघर्ष के बाद जो सेवा सुरक्षा शिक्षकों को मिली थी, उसे सरकार शीघ्र बहाल करे।
तदर्थ शिक्षकों की सेवा बहाली – वरिष्ठ शिक्षक नेता धर्मेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि जिन तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं, उन्हें नियमित किया जाए।
मुफ्त चिकित्सा सुविधा – राज्यकर्मियों की तरह सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को भी निःशुल्क चिकित्सा सुविधा दी जाए।
एनपीएस अंशदान का भुगतान – कोषाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि कई महीनों से एनपीएस का अंशदान शिक्षकों के प्रान खाते में जमा नहीं हुआ है, जिससे भारी नुकसान हो रहा है।
धरने में शामिल प्रमुख चेहरे
धरने में ओमप्रकाश सिंह (जिला संरक्षक एवं एमएलसी प्रतिनिधि), यशवंत चौधरी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष) समेत दर्जनों शिक्षक शामिल रहे।
उपस्थित शिक्षकों में अभिनव सिंह, मदन सिंह, अमित पांडेय, अनिल कुमार सिंह, विनोद राम, रामनिवास प्रसाद, मिथिलेश कुमार, दिलीप कुमार सिंह, पवन गुप्ता, गजेंद्र प्रताप सिंह, पवन पांडेय, अमिय नाथ तिवारी, रामसुमिरन मौर्य और अमरेश यादव के नाम उल्लेखनीय हैं।
अंत में, उप जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने मांगों को जल्द पूरा नहीं किया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।