कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत किसान इंटरमीडिएट कॉलेज, पिपरा बाजार में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के नियमित कार्यक्रम के तहत एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा में छात्राओं को महिला सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। थाना नेबुआ नौरंगिया के थानाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में छात्राओं को मिशन शक्ति के उद्देश्यों और उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
मिशन शक्ति: महिला सुरक्षा को प्राथमिकता
थानाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह ने परिचर्चा में बताया कि महिला सुरक्षा वर्तमान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए टोल-फ्री नंबर जैसे 1090 (वूमेन पावर लाइन), 112 (पुलिस आपातकालीन सेवा), 181 (महिला हेल्पलाइन), और अन्य सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया है। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे किसी भी प्रकार की छेड़छाड़, उत्पीड़न या अपराध की स्थिति में बिना डर या दबाव के तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इस अवसर पर थानाध्यक्ष ने विद्यालय में एक शिकायत पेटिका स्थापित की, ताकि छात्राएं अपनी समस्याओं को गोपनीय रूप से दर्ज करा सकें। उन्होंने उच्चाधिकारियों के निर्देशों की जानकारी भी साझा की और पुलिस की तत्परता का आश्वासन दिया।
प्रधानाचार्य का संदेश: सशक्त बनें, शोषण का विरोध करें
कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य अश्विनी कुमार पांडेय ने कहा, “सोशल मीडिया के इस युग में हमें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और अवांछनीय तत्वों से सतर्क रहना चाहिए। भारत की बेटियों को रानी लक्ष्मीबाई और महारानी दुर्गावती की तरह हर प्रकार के शोषण और उत्पीड़न का डटकर विरोध करना चाहिए।” उन्होंने मिशन शक्ति को एक सार्थक पहल बताते हुए कहा कि यह छात्राओं को अपनी शिकायतें पुलिस तक आसानी से पहुंचाने का अवसर प्रदान करता है।
पांडेय ने पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति के तहत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों की सराहना की और इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
परिचर्चा में पुलिस और विद्यालय का योगदान
परिचर्चा में थाना नेबुआ नौरंगिया की टीम, जिसमें महिला कॉन्स्टेबल सुमन मौर्या, उपनिरीक्षक विश्वजीत कुमार, और धनंजय प्रजापति शामिल थे, ने छात्राओं के साथ मिशन शक्ति के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। पुलिस टीम ने छात्राओं को आपातकालीन हेल्पलाइन नंबरों, साइबर सुरक्षा, और आत्मरक्षा के महत्व के बारे में बताया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक, छात्राएं, और विद्यालय के शिक्षकगण डॉ. विष्णु प्रताप चौबे, कृष्ण कुमार मिश्र, नितिन काम्बोज, शिवेंद्र चौबे, सुनील कुमार पांडेय, सतीश कुशवाहा, अरुंधति दुबे, रानी मिश्रा, और योगेंद्र यादव उपस्थित रहे।
निष्कर्ष: मिशन शक्ति के तहत सशक्तिकरण की दिशा में कदम
कुशीनगर में मिशन शक्ति के तहत आयोजित यह परिचर्चा छात्राओं को उनके अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में महत्वपूर्ण रही। शिकायत पेटिका की स्थापना और पुलिस की सक्रिय भागीदारी से छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ा है। यह अभियान न केवल महिला सुरक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में भी एक कदम है।