कुशीनगर, 10 अगस्त। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत कुशीनगर जिले में फाइलेरिया उन्मूलन हेतु जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आज पड़रौना नगर स्थित पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय परिसर में एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि मनीष बुलबुल जायसवाल उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर एवं दीर्घकालिक बीमारी है, जो मच्छरों के माध्यम से फैलती है और यदि समय रहते इलाज न हो तो यह जीवनभर के लिए विकलांगता का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया सिर्फ एक स्वास्थ्य समस्या नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक समस्या भी है, क्योंकि यह लंबे समय तक व्यक्ति को कार्य करने में असमर्थ बना देती है।
उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान को व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझें और दवा का सेवन अवश्य करें। साथ ही, अपने मोहल्लों एवं परिवार में अधिक से अधिक लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक करें।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और विशेषज्ञ चिकित्सकों ने उपस्थित लोगों को फाइलेरिया के लक्षण, पहचान, रोकथाम और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस रोग की रोकथाम के लिए अभियान के दौरान दी जाने वाली दवा का सेवन सभी को करना चाहिए और इसे लेने में किसी प्रकार का डर नहीं होना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य संबंधी बैनर-पोस्टर लगाए गए और पम्फलेट तथा पुस्तिकाएं वितरित की गईं। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, महिला समूह, स्कूली छात्र-छात्राएं, स्वास्थ्यकर्मी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि मनीष बुलबुल जायसवाल ने सभी स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई दी और नगर के हर नागरिक तक इस अभियान की जानकारी पहुँचाने का संकल्प व्यक्त किया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. संजीव सिंह, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. संजीव सुमन, डॉ. रबिश गुप्ता, डॉ. मुकेश यादव, डॉ. पिकेश राय, डॉ. जेपी राय, सुमित श्रीवास्तव, प्रमोद कुमार, दीपक पांडेय, नितिन नायर, दिग्विजय तिवारी, दिनेश ठाकुर, सुमंत शुक्ला, सहित आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल रहे।