कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के तमकुहीराज थाना क्षेत्र के गोसाईंपट्टी गांव में ग्राम प्रधान शंभू यादव के भाई भोला यादव (52) की हत्या के मामले में पुलिस ने देर रात 7 नामजद सहित 17 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। मुख्य साजिशकर्ता के रूप में नगर पंचायत तमकुहीराज के वार्ड नंबर 9 निवासी मुकेश यादव को नामित किया गया है। पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। घटना के बाद गांव में तनाव व्याप्त है, और प्रशासन ने पुलिस तैनाती बढ़ा दी है।
हत्याकांड का विवरण: पुरानी रंजिश का परिणाम
पुलिस के अनुसार, भोला यादव की पत्नी की तहरीर पर मु.अ.सं. 517/2025 के तहत आईपीसी धारा 302 (हत्या) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। तहरीर में कहा गया कि शुक्रवार शाम भोला का पड़ोसी मोतीचंद यादव के परिवार से कहासुनी हुई। मामला बढ़ा तो मोतीचंद यादव, संजय यादव, नरेश यादव, धर्मेंद्र यादव, विशाल यादव, बृजेश यादव, और मुकेश यादव सहित 10 अज्ञात ने मिलकर भोला को घर से खींचा और ईंट-पत्थर, लाठी-डंडों से हमला कर हत्या कर दी।
घटना स्थल पर बिखरे ईंट-पत्थर के टुकड़े हमलावरों की मनबढ़ी को दर्शाते हैं। सूत्रों के अनुसार, आरोपी परिवार आगामी प्रधानी चुनाव की तैयारी कर रहा था और गांव में वर्चस्व कायम करना चाहता था। पुलिस ने बताया कि 29 मई को हल्का लेखपाल जयंत गुप्ता के साथ रास्ते की भूमि से अतिक्रमण हटाने के दौरान भी दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई थी, जिसमें 16 लोगों को पाबंद किया गया था। यह पुरानी रंजिश हत्या का कारण बनी।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
पीड़िता पक्ष ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। तहरीर में कहा गया कि घटना के तुरंत बाद थाना तमकुहीराज के सीयूजी नंबर पर सूचना दी गई, लेकिन ढाई घंटे बाद सीओ राकेश प्रताप सिंह पहुंचे। इस दौरान हमलावर गांव में उत्पात मचाते रहे। उन्होंने रघुनाथ यादव के मानसिक रूप से दिव्यांग बेटे उमेश को पीटा, हैंडपंप तोड़ा, और पशुओं का चारा काट दिया। मुख्य मार्ग पर खड़े होकर पुलिस गाड़ी को भी लौटा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि तत्काल कार्रवाई हुई होती, तो यह घटना न होती।
ग्रामीणों का आक्रोश: 2 घंटे का जाम
शनिवार शाम करीब 4 बजे पोस्टमॉर्म के बाद भोला का शव गांव पहुंचा, तो ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने चखनी चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। सपा नेता बिजेंद्र पाल यादव (बबलू), नंदलाल विद्रोही, और जाकिर हुसैन के नेतृत्व में ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और परिवार को सरकारी मदद की मांग की। जाम के कारण 2 घंटे आवागमन ठप रहा। एसडीएम आकांक्षा मिश्रा और सीओ राकेश प्रताप सिंह के पहुंचने पर आश्वासन दिया गया, तब ग्रामीण शांत हुए और शव का अंतिम संस्कार किया।
सपा नेता डॉ. पीके राय, मधुरश्याम राय, उदयनारायण गुप्ता, पूर्व विधायक अजय कुमार लल्लू, सुविंद चौहान, और सपा जिलाध्यक्ष रामअवध यादव ने परिजनों को सांत्वना दी।
पुलिस कार्रवाई: 2 गिरफ्तार, जांच जारी
सीओ राकेश प्रताप सिंह ने बताया कि 7 नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, बाकी की तलाश जारी है। पोस्टमॉर्म में चोट के निशान न मिलने से बिसरा प्रिजर्व किया गया। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस तैनाती बढ़ाई गई है। एसपी ने 2 टीमें लगाकर जांच तेज कर दी है।