लखनऊ, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने बुधवार को राजधानी लखनऊ में तिरंगा यात्रा निकालकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 11 सूत्रीय मांग पत्र भेजा। ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को प्रेषित किया गया। किसानों ने कहा कि प्रस्तावित CETA, अमेरिका के साथ होने वाले FTA, और नई कृषि एवं सहकारी नीतियां भारत की खाद्य संप्रभुता के लिए गंभीर खतरा हैं।
किसानों की 11 प्रमुख मांगें
सभी फसलों पर C2+50% फार्मूले से कानूनी MSP
किसानों का सम्पूर्ण कर्जमाफी
माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की मनमानी पर रोक
बिजली निजीकरण का विरोध और ग्रामीणों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली
पंजाब की लैंड पूलिंग नीति समाप्ति
₹10,000 प्रतिमाह किसान पेंशन योजना
पुराने ट्रैक्टरों पर प्रतिबंध नीति को रद्द करना
वनाधिकार कानून 2006 का पालन
यूपी में 5000 प्राथमिक विद्यालय बंद करने की योजना रद्द
साम्प्रदायिक हिंसा रोकने के लिए ठोस कदम
NPFAM और नई राष्ट्रीय सहकारी नीति पर पुनर्विचार
किसानों की चेतावनी
किसानों ने कहा कि NPFAM और नई राष्ट्रीय सहकारी नीति लागू होने से सरकारी खरीद, APMC मंडियाँ और PDS कमजोर हो जाएंगे, जिससे कॉरपोरेट कंपनियों का नियंत्रण बढ़ेगा।
तिरंगा यात्रा में बड़ी भागीदारी
तिरंगा यात्रा में SKM लखनऊ के जिला अध्यक्ष आलोक वर्मा, प्रवक्ता अजय अनमोल, उपाध्यक्ष राजकुमार व सत्येंद्र यादव, जिला सचिव परविंद्र, महासचिव राकेश यादव सहित सैकड़ों किसान और पदाधिकारी शामिल हुए।