लखनऊ, अजय कुमार (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, स्वतंत्र भारत के उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 138वीं जयंती के अवसर पर लखनऊ के लोक भवन में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने भी पंडित गोविंद बल्लभ पंत के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारत माता के सपूत को नमन
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पंडित गोविंद बल्लभ पंत को भारत माता का महान सपूत बताते हुए कहा, “पंडित गोविंद बल्लभ पंत एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने स्वाधीनता आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और आजादी के बाद उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।” उन्होंने पंडित जी के विकास कार्यों को याद करते हुए कहा कि उनके द्वारा प्रस्तुत विकास का मॉडल आज भी प्रासंगिक है।
“पंडित गोविंद बल्लभ पंत ने गृहमंत्री के रूप में देश की सेवा की। उन्होंने उत्तर प्रदेश को उस समय आगे बढ़ाने के लिए जो विकास का मॉडल देने का प्रयास किया था, उनके इस कृतित्व के लिए मैं उन्हें हृदय से नमन करता हूं।”
– केशव प्रसाद मौर्य
पंडित गोविंद बल्लभ पंत का योगदान
पंडित गोविंद बल्लभ पंत का जन्म 10 सितंबर 1887 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में हुआ था। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लिया और ब्रिटिश शासन के खिलाफ कई आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वतंत्र भारत में वे उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने और अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने शिक्षा, कृषि, और बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इसके अलावा, भारत के गृहमंत्री के रूप में उन्होंने राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उनके योगदान के लिए उन्हें 1957 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। पंडित जी का विकास मॉडल उत्तर प्रदेश के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ, जिसने आधुनिक उत्तर प्रदेश की नींव रखी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी दी श्रद्धांजलि
उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने भी पंडित गोविंद बल्लभ पंत को याद करते हुए कहा, “पंडित जी का व्यक्तित्व और कृतित्व हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने न केवल स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया, बल्कि देश और प्रदेश के विकास के लिए भी अविस्मरणीय कार्य किए।” उन्होंने पंडित जी के आदर्शों को अपनाने और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
पंडित गोविंद बल्लभ पंत: एक प्रेरणा
पंडित गोविंद बल्लभ पंत का जीवन और कार्य आज भी देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके द्वारा स्थापित मूल्य और आदर्श नई पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं। इस अवसर पर प्रदेशवासियों ने भी सोशल मीडिया पर पंडित जी को याद करते हुए उनके योगदान को सराहा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसमें स्कूलों और कॉलेजों में पंडित गोविंद बल्लभ पंत के जीवन पर आधारित व्याख्यान और चर्चाएं शामिल थीं।
लोक भवन, लखनऊ में आज महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री, भारत सरकार के पूर्व गृह मंत्री ‘भारत रत्न’ पंडित गोविन्द बल्लभ पंत जी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
पंडित गोविन्द बल्लभ पंत जी का जीवन संदेश देता है कि ईमानदारी, संघर्ष… pic.twitter.com/XRrmHi3vxL
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) September 10, 2025




