लखनऊ/चित्रकूट, अजय कुमार (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने चित्रकूट में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरे किए जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र लोगों तक पहुंचाया जाए। रविवार को चित्रकूट के लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण गृह सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में मौर्य ने विभिन्न योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया और चित्रकूट को धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
समयबद्धता और गुणवत्ता पर जोर: विकास कार्यों की समीक्षा
उप मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), विधायक क्षेत्र विकास निधि, सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन, जीरो पॉवर्टी उत्तर प्रदेश, मनरेगा सोशल ऑडिट, और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की प्रगति का विस्तृत आकलन किया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि इन योजनाओं में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए और लाभ केवल पात्र लाभार्थियों को ही मिले।
मौर्य ने कहा, “सभी खंड विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि गरीब कल्याण और महिला सशक्तिकरण जैसी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ आमजन तक पहुंचे।” उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
चित्रकूट: आकांक्षी जनपद और धार्मिक पर्यटन का केंद्र
चित्रकूट को एक आकांक्षी जनपद बताते हुए मौर्य ने कहा कि भगवान कामतानाथ जी की तीर्थ नगरी होने के कारण इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा, “राज्य और केंद्र सरकार चित्रकूट को धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।” पर्यटन विकास से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करना होगा।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी
समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) उमेश चन्द्र निगम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भूपेश द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी सत्य राम यादव, डीसी एनआरएलएम ओमप्रकाश मिश्र, डीसी मनरेगा डी.एन. पांडेय, जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. वैभव त्रिपाठी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी प्रियंका यादव, और अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग अखिलेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मौर्य ने सभी अधिकारियों को योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए तत्परता और जवाबदेही के साथ काम करने को कहा।
चित्रकूट के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
मौर्य ने चित्रकूट को विकास की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढांचे का विकास, और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देने के लिए हैं। विशेष रूप से, मनरेगा और ग्राम सड़क योजना जैसे कार्यक्रम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
चित्रकूट के विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए मौर्य ने अधिकारियों को नियमित मॉनिटरिंग और प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ कार्य पूर्ण होने से ही जनता का विश्वास सरकार पर बना रहेगा।